दिल्ली में नवरात्रि से पहले मां दुर्गा की आराधना के निखरे रंग, पंडालों में दिखेगा भव्य बंगाली अंदाज
दिल्ली में दुर्गा पूजा की तैयारी अंतिम चरण में है। नवरात्रि के शुरू होते ही मंदिरों और पंडालों में भक्तों की भीड़ उमड़ेगी जिसके लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। पश्चिम बंगाल के कारीगर मां दुर्गा की प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। दिल्ली के पंडालों में पश्चिम बंगाल की संस्कृति का भव्य प्रदर्शन देखने को मिलेगा।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दुर्गा पूजा की तैयारी अंतिम चरण में है। नवरात्रि की शुरुआत होते ही पंडालों और मंदिरों में देवी दुर्गा के नौ रुपों के दर्शन करने के लिए भक्तों की भीड़ उमडे़गी। इसको देखते हुए मंदिरों और पंडाल समिति के पदाधिकारियों द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं ताकि भक्त आसानी से माता रानी के दर्शन कर सकें। मंदिरों में फूलों और लाइटों की सजावट की जा रही है। वहीं, दूसरी ओर पश्चिम बंगाल से आए कुशल कारीगर मिट्टी से बनी मां दुर्गा की प्रतिमा को अपनी उंगलियों की कला से भव्य रूप देने में जुटे हैं।
मंदिरों में विशेष आयोजन और सुरक्षा व्यवस्था
मध्य दिल्ली के प्राचीन मंदिर जैसे झंडेवालान देवी मंदिर और पंचकुइया रोड स्थित प्राचीन सनातन धर्म शिव हनुमान मंदिर में नवरात्र की रौनक देखते ही बन रही है। इन मंदिरों में भक्तों की सुरक्षा और सेवा के लिए पुरुष और महिला सेवादार भक्तों की सेवा के लिए तैनात रहेंगे। इसके अलावा आपात स्थिति से निपटने के लिए मंदिरों में 24 घंटे चिकित्सा सेवा भी उपलब्ध कराई जाएगी। भक्तों की सुविधा के लिए झंडेवालान मेट्रो स्टेशन से मंदिर तक मुफ्त ई-रिक्शा की व्यवस्था की गई है। इन मंदिरों में अखंड जोत के साथ देवी जागरण और दुर्गा सप्तशती का पाठ भी किया होगा।
बंगाली कारीगरों का हुनर, पंडालों की भव्यता
दिल्ली के प्रमुख दुर्गा पूजा पंडालों जैसे आराम बाग, सिविल लाइंस और मिंटो रोड में मां दुर्गा के आगमन का बेसब्री से इंतजार हो रहा है। यहां पश्चिम बंगाल के कुशल कारीगर देवी- देवताओं की प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने में लगे हैं। मूर्तियों में रंग भरने वाले कारीगर अखिल मिड्ढा ने बताया कि वह मूर्तियों को फूलों और पारंपरिक रंग, आभूषणों से सजा रहे हैं ताकि मां का रूप दिव्य और अलौकिक दिखें।
संस्कृति का भव्य महाकुंभ देखने को मिलेगा
आराम बाग दुर्गा पूजा समिति के चेयरमैन अभिजीत बोस ने बताया कि इस साल पूजा को और भी भव्य बनाने का प्रयास है। मिंटो रोड पूजा समिति के सचिव एस.एस. भसाक ने कहा कि यहां की दुर्गा पूजा परंपरा और आधुनिकता का सुंदर संगम है। उन्होंने कहा कि पूजा के बाद मां की प्रतिमा का विसर्जन भी पारंपरिक रीति-रिवाजों के अनुसार ही किया जाएगा क्योंकि यह क्षण भक्तों के लिए बहुत भावुक होता है। इन पंडालों में पश्चिम बंगाल की भक्ति, कला और संस्कृति का भव्य महाकुंभ देखने को मिलेगा। जो लाखों भक्तों को अपनी ओर आकर्षित करेगा।
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