महिलाओं के लिए सुलभ बनानी होगी उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा-प्रो. योगेश सिंह
साक्षरता ज्ञान की पहली सीढ़ी है। हमें देश की महिलाओं के लिए उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा सुलभ बनानी है। अगर भारत में महिला साक्षरता के आंकड़े देखें तो अभी भी हम अन्य एशियाई देशों से इस दिशा में पिछड़ रहे हैं।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। साक्षरता ज्ञान की पहली सीढ़ी है। हमें देश की महिलाओं के लिए उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा सुलभ बनानी है। अगर भारत में महिला साक्षरता के आंकड़े देखें तो अभी भी हम अन्य एशियाई देशों से इस दिशा में पिछड़ रहे हैं। ये बातें सोमवार को दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने इंद्रप्रस्थ महिला महाविद्यालय (आइपी कालेज) के 99वें वार्षिकोत्सव समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए कहीं। कुलपति ने आगे कहा कि पिछली तमाम सरकारों ने इस दिशा में प्रयास किए हैं, लेकिन अभी हमें और मेहनत की जरूरत है। ऐसे में आइपी कालेज जैसी बीते तकरीबन सौ सालों से स्त्रियों को उच्च गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करती आई संस्था की भूमिका विशेष हो जाती है।
भारत को अगर आगे बढ़ना है तो हमें आइपी कालेज जैसे कई और महिला शिक्षा संस्थानों की जरूरत है। कुलपति ने इन्नोवेशन, क्रिएटिविटी, ओरिजिनैलिटी इन तीन शब्दों को भविष्य की शिक्षा के माडल का ध्येय बनाने का आह्वान किया।
वहीं, प्रो. योगेश सिंह ने इस दौरान कालेज के संग्रहालय, अभिलेखागार और शिक्षा संसाधन केंद्र का लोकार्पण और कालेज से संबंधित एक विशेष स्मृति सिक्का भी जारी किया। कार्यक्रम में कालेज की प्रबंध समिति के अध्यक्ष अश्विनी शंकर भी मौजूद रहे। इस बीच भारत रत्न लता मंगेशकर की स्मृति में दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।
कार्यक्रम विशिष्ठ अतिथि पूर्व छात्रा और इतिहासकार प्रो. नारायणी गुप्ता ने इस बात के लिए कालेज की तारीफ की कि तमाम परिवर्तन और आधुनिक सुविधाओं के समावेश के बावजूद कालेज ने अपनी हैरिटेज इमारत और अन्य ऐतिहासिक धरोहरों को बहुत अच्छी तरह से संभालकर रखा है। वहीं, प्राचार्या प्रो. बाबली मोइत्रा सराफ़ ने कालेज की पिछले एक साल की गतिविधियों का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया एवं आगामी दो वर्षों में होने वाले शताब्दी समारोह की रूपरेखा भी सामने रखी। इस दौरान राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विशेष अकादमिक उपलब्धियां हासिल करने वाली कालेज की चुनिंदा छात्राओं को सम्मानित किया।
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