DU Student Suicide: डीयू के छात्र ने साइबर ठगों के हाथों गंवाए 94 हजार, आहत होकर दी जान
दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र महेश राणा ने साइबर ठगी का शिकार होकर 94 हजार रुपये गंवा दिए जिससे वह बुरी तरह आहत हो गया। उसने अपनी मां को एसएमएस करके बताया कि वह साइबर ठगी का शिकार हो गया है और घर छोड़कर जा रहा है। बाद में उसका शव हैदरपुर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से बरामद हुआ। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। ‘मां, मैं साइबर ठगी का शिकार हो चुका हूं, इसलिए घर छोड़कर जा रहा हूं’। मोबाइल फोन पर भेजा गया यह एसएमएस एक बेटे का अपनी मां के साथ आखिरी संवाद था। ऑनलाइन ठगी का शिकार होकर 94 हजार गंवा चुका डीयू के बीकाम सेकेंड ईयर का छात्र महेश राणा इस कदर टूट गया कि घर से दूर जाकर आत्महत्या कर ली और हैदरपुर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से उसका शव बरामद किया गया।
पुलिस ने जांच-पड़ताल के बाद एफआइआर कर मामले की जांच शुरू कर दी है। उत्तरी-पश्चिमी जिले की साइबर थाना पुलिस ने साइबर ठगी का मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
जहांगीरपुर के ईई ब्लाक में रहने वालीं पुष्पा ने बताया कि उनका 19 वर्षीय बेटा महेश राणा डीयू के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग से पढ़ाई करता था और ज्यादातर समय घर पर ही रहता था। उनके पति राजन दार्जिलिंग में रहते हैं, जबकि वह खुद दिल्ली में ही प्राइवेट नौकरी करती हैं।
वह 14 जुलाई को अपने काम पर गईं। इसी बीच महेश घर से लापता हो गया। अचाकन उनके मोबाइल फोन पर एसएमएस आया कि उसके साथ ठगी हुई है और वह घर छोड़कर जा रहा है। यह एसएमएस पढ़ते ही वह तुरंत घर आईं। तब तक उनका बेटा अपना मोबाइल फोन छोड़कर घर से जा चुका था।
काफी तलाश के बाद भी उसके बारे में कुछ जानकारी नहीं मिली। इस बीच पता चला कि बेटे ने नया मोबाइल फोन खरीदने के लिए किसी से संपर्क किया था और किसी के खाते में कई बार में 94 हजार रुपये ट्रांसर्फर किए थे।
इसके बाद वह साइबर पुलिस स्टेशन मॉडल टाउन पहुंचीं और सभी ट्रांजेक्शन की जानकारी दी। पुलिस ने 19 जुलाई को हैदरपुर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में बेटे का शव मिलने की जानकारी दी। अब साइबर थाना पुलिस मामला दर्ज कर जांच कर रही है।
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