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दांव पर लगी साख, फर्जी दाखिला को लेकर DU के दस कॉलेज रडार पर

डीयू की दाखिला समिति ने सभी कॉलेजों को दाखिला के समय प्रमाणपत्रों की जांच फारेंसिक एक्सपर्ट से कराने की बात कही है।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Tue, 30 Jan 2018 09:52 AM (IST)Updated: Tue, 30 Jan 2018 03:53 PM (IST)
दांव पर लगी साख, फर्जी दाखिला को लेकर DU के दस कॉलेज रडार पर
दांव पर लगी साख, फर्जी दाखिला को लेकर DU के दस कॉलेज रडार पर

नई दिल्ली [ अभिनव उपाध्याय ]। दिल्ली विश्वविद्यालय भले ही दाखिला में पारदर्शिता को लेकर अपनी तैयारी दुरुस्त कर रहा हो, लेकिन यहां के दस कॉलेजों में फर्जी दाखिला के मामले सामने आने की सूचना है। कुछ दाखिले जहां नियमों की अवहेलना कर किए गए हैं वहीं कुछ दाखिले फर्जी बोर्ड से 12वीं उत्तीर्ण छात्रों के हैं। ये कॉलेज डीयू के रडार पर हैं। जांच के बाद जल्द ही कई छात्रों के नामांकन रद हो सकते हैं। उधर, डीयू की दाखिला समिति ने सभी कॉलेजों को दाखिला के समय प्रमाणपत्रों की जांच फारेंसिक एक्सपर्ट से कराने की बात कही है।

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सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इस मामले का संज्ञान लिया है और जिसके आधार पर डीयू ने इस मामले जांच शुरू कर दी है। स्वामी श्रद्धानंद और शिवा जी कॉलेज के अलावा कुछ अन्य कॉलेज हैं जहां पर फर्जी बोर्ड और नियमों की अवहेलना कर दाखिले किए हैं।

शुरुआती जांच में ऐसे दस कॉलेज हैं, जहां पर फर्जी दाखिले सामने आने की आंशका है। इस बाबत संबंधित कॉलेज से भी डीयू जानकारी मांग रहा है। लेकिन सबसे अधिक समस्या इस बात को लेकर है डीयू के पास ऐसा कोई तरीका नहीं है, जिससे वह यह जान सके कि कौन सा बोर्ड फर्जी है और कौन सा बोर्ड सही।

प्राय: राज्य सरकारों द्वारा रजिस्टर्ड बोर्ड के छात्रों का ही डीयू दाखिला लेता है, लेकिन कुछ कॉलेजों ने फर्जी बोर्ड वाले छात्रों के दाखिले किए हैं। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मानव संसाधन विकास मंत्रालय इस मुद्दे को लेकर गंभीर है और डीयू के वरिष्ठ अधिकारी इसकी जांच कर रहे हैं।

डीयू के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि हम दाखिला से जुड़े नियम बनाते हैं और कॉलेजों को उसे लागू करना होता है। लेकिन कॉलेज ही दाखिला लेता है और कौन प्रमाणपत्र सही है इसका भी वही सत्यापन करता है। ऐसे में यदि हमारे पास फर्जी दाखिला को लेकर शिकायत आती है तो हम उस बारे में कॉलेजों से ही स्पष्टीकरण मांगते हैं। दाखिला गलत पाया जाता है तो कॉलेज कार्रवाई करता है।

हाल में डीयू के स्वामी श्रद्धानंद कॉलेज और शिवा जी कॉलेज में फर्जी दाखिला का मामले सामने आया है। डीयू ने इन कॉलेजों को लिखा है, लेकिन प्राप्त जानकारी के अनुसार इन कॉलेजों ने अभी कोई संतोषजनक जांच रिपोर्ट डीयू को नहीं सौंपी है। फर्जी बोर्ड द्वारा डीयू में उत्तर प्रदेश सहित कई अन्य प्रदेशों के छात्रों के दाखिले फर्जी पाए गए हैं।

दाखिला के समय प्रमाणपत्रों की होगी फारेंसिक जांच

दिल्ली विश्वविद्यालय ने एक बार फिर स्पष्ट किया है किसी भी सूरत में डीयू के कॉलेजों में फर्जी दाखिला बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। डीयू की दाखिला समिति ने सभी कॉलेजों को दाखिला के समय प्रमाणपत्रों की जांच फारेंसिक एक्सपर्ट से कराने की बात कही है।


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