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    DU एसओएल चौथे वर्ष की पढ़ाई को मिली मंजूरी, छात्रों को मिलेगा शोध डिग्री का अवसर: निदेशक प्रो. पायल मागो

    Updated: Sun, 20 Jul 2025 08:57 PM (IST)

    दिल्ली विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) में चौथे वर्ष की पढ़ाई की अनुमति मिल गई है जिससे छात्रों को शोध की डिग्री मिल सकेगी। एसओएल की निदेशक प्रो. पायल मागो ने बताया कि 15 हजार छात्रों के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं। स्टडी मटेरियल की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है और फीस में छूट का भी प्रावधान है। नए कोर्स भी शुरू किए गए हैं।

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    चौथे साल में प्रोजेक्ट के लिए छात्रों को देंगे वित्तीय मदद, शिक्षकों की नहीं होगी कमी।

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) में चौथे वर्ष की पढ़ाई की अनुमति डिस्टेंस एजुकेशन बोर्ड से मिल गई है। अब नियमित कालेजों की तरह एसओएल के छात्रों को भी चौथे वर्ष में शोध की डिग्री मिल पाएगी।

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    चौथे साल में एसओएल के 15 हजार छात्र चौथे साल में प्रवेश ले रहे हैं। इन छात्रों के शोध कार्य कैसे पूरे होंगे और नए छात्रों के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए एसओएल प्रशासन क्या करेगा। ऐसे तमाम सवालों के जवाब जानने के लिए दैनिक जागरण के उदय जगताप ने एसओएल की निदेशक प्रो. पायल मागो से विस्तृत चर्चा की। पेश हैं चर्चा के प्रमुख अंश।

    चौथा साल शुरू हो रहा है, एसओएल उसके लिए कितना तैयार है?

    उत्तर- हाल में एसओएल को डिस्टेंस एजुकेशन बोर्ड से चौथे साल के संचालन की अनुमति मिली है। हमारी तैयारी पहले से ही है। 15 हजार छात्र चौथे साल में आ रहे हैं। एसओएल के शिक्षकों के साथ नियमित कालेजों के और बाहरी शिक्षकों से छात्रों के प्रोजेक्ट के लिए मदद ली जाएगी। इन प्रोजेक्ट को एसओएल की ओर से वित्तीय मदद दी जाएगी। इससे छात्रों को प्रोजेक्ट वर्क करने में परेशानी नहीं होगी।

    इंफ्रास्ट्रक्चर की समस्या को कैसे सुलझाएंगे?

    उत्तर- हमारे ओएलडीसी, उत्तरी और पूर्वी परिसरों में सारी व्यवस्था की गई हैं। हम एसओएल के 50 प्रतिशत छात्रों का भार उठाने के लिए तैयार हैं। सिर्फ 50 प्रतिशत छात्रों को कक्षाओं के लिए नियमित कालेजों में शनिवार और रविवार को जाना होगा। इन परिसरों में प्रयोगशालाएं भी दुरुस्त हैं। छात्रों के शोध कार्य आसानी से हो सकेंगे। ताहिरपुर परिसर नया बना है और इससे हमें काफी सहूलियत हुई है। हमारी कक्षाएं स्मार्ट हैं। आनलाइन रिकार्डिंग की सुविधा भी है। छात्रों को पढ़ाई में समस्या नहीं होगी।

    एसओएल में लगातार फीस बढ़ोतरी पर क्या कहना चाहेंगी?

    उत्तर- विश्वविद्यालयों के नियमों के अनुसार ही फीस बढ़ोतरी होती है। प्रोफेशनल कोर्स की फीस बहुत अधिक नहीं है। अगर दूसरे संस्थानों से तुलना करें तो यह कम ही है। इसके साथ ही 8.5 सीजीपीए लाने वाली छात्राओं की अगले वर्ष की फीस माफ की जाती है। सैनिकों के बच्चों के लिए हम फीस माफी लाए हैं। ईडब्ल्यूएस के छात्रों को 25 हजार तक फीस में छूट दी जाती है। पिछले साल एसओएल ने दो करोड़ रुपये तक फीस माफी की है।

    स्टडी मटेरियल की कमी को लेकर सवाल उठते रहते हैं, क्या कहेंगी?

    उत्तर- स्टडी मटेरियल की कोई कमी नहीं है। तीसरे सेमेस्टर के छात्रों के स्टडी मटेरियल पोस्ट के जरिये भेजे जाने शुरू हो गए हैं। सभी कोर्स के छात्रों के स्टडी मटेरियल पोस्ट के जरिये ही भेजे जाएंगे। छात्रों को गुणवत्तापूर्ण स्टडी मटेरियल देने की एसओएल निरंतर कोशिश कर रहा है।

    स्नातक प्रवेश प्रक्रिया जारी है, कितने प्रवेश हुए हैं?

    उत्तर- एसओएल में हर साल की तरह छात्रों की रुचि दिखाई दे रही है। अभी तक एक लाख 56 हजार 993 छात्रों ने पंजीकरण कराया है। 31,324 छात्र फीस जमा कर अपना प्रवेश पक्का कर चुके हैं। इसी साल एसओएल ने स्पेनिश, जर्मन, जापानी, कोरियन और चाइनीज कोर्स की शुरुआत की है। इसमें 250 प्रवेश हो चुके हैं। यह बेहतर परिणाम का संकेत है।

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