एसओएल में पहले दिन चार हजार से अधिक विद्यार्थियों ने कराया रजिस्ट्रेशन, 10 जून से शुरू होगा दूसरा चरण
डीयू के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) ने शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए दाखिला प्रक्रिया शुरू कर दी है। छात्र sol.du.ac.in पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। एसओएल के तहत 19 स्नातक और परास्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिले होंगे। छात्रों को सूचना फॉर्म भरकर रजिस्ट्रेशन कराना होगा और दूसरा चरण 10 जून से शुरू होगा। एसओएल से दाखिला लेने के बाद भी छात्र नियमित कॉलेजों में दाखिले के लिए पात्र रहेंगे।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) ने शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए रविवार से दाखिला प्रक्रिया शुरू कर दी है। इच्छुक छात्र वेबसाइट sol.du.ac.in पर जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। रजिस्ट्रेशन शुरू होने के शुरुआती कुछ घंटों में ही करीब 4468 छात्रों ने आवेदन कर दिया, जिससे छात्रों में इस प्रक्रिया को लेकर गहरी दिलचस्पी देखी गई।
एसओएल के तहत इस साल 19 स्नातक और परास्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिले होंगे। स्नातक स्तर पर बीए, बीए प्रोग्राम विद कॉमर्स, बीकॉम ऑनर्स, इकोनॉमिक्स ऑनर्स, पॉलिटिकल साइंस ऑनर्स, इंग्लिश ऑनर्स, बीबीए एफआईए, बीएमएस जैसे पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं।
वहीं, परास्नातक स्तर पर एमबीए, एमकॉम, हिंदी, संस्कृत, इतिहास, पॉलिटिकल साइंस और बीएलआईसी जैसे पाठ्यक्रमों में भी दाखिला मिलेगा। पीजी पाठ्यक्रमों के लिए दाखिला प्रक्रिया इसी सप्ताह शुरू कर दी जाएगी। एसओएल प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि फिलहाल छात्रों को सूचना फॉर्म भरकर रजिस्ट्रेशन कराना होगा।
इस दौरान उन्हें वेबसाइट पर सभी कोर्स और जरूरी दस्तावेजों की जानकारी मिल जाएगी। दूसरा चरण 10 जून से शुरू होगा, जिसमें छात्र अपनी योग्यता और अंकों के अनुसार कोर्स चुन सकेंगे। एसओएल से दाखिला लेने के बावजूद छात्र नियमित कॉलेजों में दाखिले के लिए पात्र बने रहेंगे।
अगर किसी छात्र को बाद में कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) के जरिए दिल्ली विश्वविद्यालय के किसी नियमित कॉलेज में सीट मिल जाती है तो वह एसओएल से दाखिला रद्द कराकर नियमित कॉलेज में दाखिला ले सकता है। ऐसे में एसओएल प्रोसेसिंग फीस काटने के बाद बची हुई राशि वापस कर देगा।
इस साल दाखिला प्रक्रिया में एक और नई सुविधा जोड़ी गई है। इस बार छात्रों की यूजीसी डिस्टेंस एजुकेशन बोर्ड (डीईबी) आईडी एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट (एबीसी) आईडी के जरिए अपने आप जनरेट हो जाएगी, जो एक अभिनव पहल है। एसओएल की यह पहल उन छात्रों के लिए बेहतरीन मौका है, जो नियमित कॉलेज में दाखिला नहीं ले पा रहे

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