DU के इस कॉलेज में घूमने पर लगी पाबंदी, नए नियम से छात्रों में गुस्सा; कॉलेज प्रशासन ने दी ये सफाई
दिल्ली विश्वविद्यालय के शहीद भगत सिंह कॉलेज ने एक नोटिस जारी कर कक्षा समय में बिना कारण घूमने वाले छात्रों पर कार्रवाई की चेतावनी दी है। कॉलेज का कहना है कि यह फैसला छात्रों की सुरक्षा और शैक्षणिक माहौल को बेहतर बनाने के लिए लिया गया है। हालांकि कुछ छात्र इस फैसले का विरोध कर रहे हैं उनका कहना है कि यह उन्हें स्कूल के बच्चों की तरह मानता है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय के शहीद भगत सिंह कॉलेज ने चेतावनी दी है कि निर्धारित कक्षा समय में बिना उचित कारण परिसर में घूमते पाए जाने वाले छात्रों के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
कॉलेज ने 12 अगस्त को जारी नोटिस में छात्रों को टाइमटेबल के अनुसार कक्षाओं में उपस्थित रहने और लेक्चर के दौरान परिसर में अनावश्यक रूप से न घूमने के निर्देश दिए।
इस फैसले को लेकर कुछ छात्रों ने विरोध जताया है। उनका कहना है कि विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले वयस्क छात्रों के साथ यह व्यवहार उन्हें स्कूल के बच्चों जैसा मानता है।
छात्र क्यों कर रहे विरोध?
एक तृतीय वर्ष के छात्र ने कहा, 'हम विश्वविद्यालय में हैं, स्कूल में नहीं। फ्री पीरियड में या व्यक्तिगत कारण से कहीं जाना अनुशासनहीनता नहीं होना चाहिए।'
छात्रों का तर्क है कि “उचित कारण” शब्द अस्पष्ट है और इसका इस्तेमाल मनमाने ढंग से दंड देने के लिए हो सकता है।
क्या बोले कॉलेज के प्राचार्य
नोटिस पर कॉलेज के प्राचार्य प्रो. अरुण कुमार अत्री ने कहा, यह कदम पूरी तरह से हमारे विद्यार्थियों की सुरक्षा और समग्र शैक्षणिक वातावरण के हित में उठाया गया है।
यह केवल उन विद्यार्थियों पर लागू होता है, जिनकी निर्धारित समय-सारणी के अनुसार कक्षाएं चल रही होती हैं, लेकिन वे कक्षा में उपस्थित होने के बजाय समूह में परिसर में इधर-उधर घूमते रहते हैं, जिससे अनुशासनहीनता की संभावना बनती है।
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) के चुनाव निकट आने के साथ, पिछले अनुभव दर्शाते हैं कि कुछ तत्व चुनावी अभियान के समय का दुरुपयोग कर हुड़दंग मचाते हैं और नियमित कक्षाओं में बाधा डालते हैं।
रैगिंग रोकने के कदम के रूप में दिया जा रहा तर्क
यह सुनिश्चित करके कि विद्यार्थी अपने शिक्षक द्वारा ली जा रही कक्षा के समय में कक्षा में उपस्थित रहें, हम ऐसे व्यवधानों को रोकना चाहते हैं।
यह कदम रैगिंग या किसी भी प्रकार के उत्पीड़न के अवसरों को समाप्त करने में भी सहायक होगा, जिससे एक सुरक्षित और अनुशासित परिसर बनाए रखने में मदद मिलेगी।
हमारा मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों की शैक्षणिक प्रगति है, और यह सूचना उनके हितों की रक्षा करने के लिए जारी की गई है, न कि अनावश्यक प्रतिबंध लगाने के लिए।
किन छात्रों पर लागू होगा नियम?
कॉलेज विद्यार्थियों को आपसी संवाद के लिए पर्याप्त लोकतांत्रिक स्थान प्रदान करता है। जिन विद्यार्थियों की किसी समय कक्षा नहीं होती, वे पुस्तकालय, कैंटीन या अन्य सामान्य स्थानों का उपयोग करने के लिए स्वतंत्र हैं।
वास्तव में, विद्यार्थियों की शैक्षणिक और सह-पाठयक्रम गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए पुस्तकालय के पूरी तरह वातानुकूलित रीडिंग हाल का समय बढ़ाकर रात 12 बजे तक कर दिया गया है।
हालांकि, छात्रों का कहना है कि अनुशासन जरूरी है, लेकिन ऐसे नियमों से परिसर में आने-जाने की स्वतंत्रता पर नियंत्रण नहीं होना चाहिए। कुछ छात्रों ने इस नोटिस को वापस लेने की मांग की है।

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