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    दिल्ली पुलिस ने DTC से हटाए गए 464 होमगार्ड को मांगा, डीटीसी में ड्यूटी पर जताई आपत्ति

    Updated: Sun, 05 Oct 2025 10:55 PM (IST)

    दिल्ली में डीटीसी बसों से हटाए गए 464 होमगार्ड को लेकर विवाद जारी है। पुलिस आयुक्त ने होमगार्डों को दिल्ली पुलिस में शामिल करने का प्रस्ताव रखा है क्योंकि होमगार्ड संगठन का मुख्य उद्देश्य पुलिस की सहायता करना है। डीटीसी में तैनाती से खाकी वर्दी की छवि धूमिल हो रही है। होमगार्डों को वेतन मिलने में देरी से भी वे परेशान हैं और पुलिस में स्थानांतरण चाहते हैं।

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    दिल्ली पुलिस ने मांगे डीटीसी में लगाए गए सभी होमगार्ड

    वीके शुक्ला, नई दिल्ली। डीटीसी बसों से हटाए गए 464 होमगार्ड को लेकर उपजे विवाद के बीच दिल्ली के पुलिस आयुक्त का वह पत्र भी सामने आ गया है। इसमें उन्होंने सभी होमगार्ड डीटीसी से हटाकर उन्हें दे दिए जाने का होमगार्ड मुख्यालय से अनुरोध किया है।

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    दिल्ली सरकार को प्रस्ताव भी भेजा

    उन्होंने अपने पत्र में साफ किया कि होमगार्ड संगठन बनाने का मुख्य उद्देश्य दिल्ली पुलिस की सहायता करना है न कि डीटीसी आदि में लगाना है। दिल्ली पुलिस ने सभी होमगार्ड अपने लिए उपलब्ध कराने की मांग की है। पत्र में कहा कि डीटीसी में होमगार्ड के लगाए जाने से खाकी वर्दी की छवि धूमिल हो रही है। दिल्ली पुलिस ने होमगार्ड को थानों और पीसीआर में लगाने का दिल्ली सरकार को प्रस्ताव भी भेजा है।

    होमगार्ड मुख्यालय काे पत्र लिखा

    यहां बता दें कि उस समय के पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा द्वारा गत 24 जुलाई को यह पत्र उस समय लिखा गया था जब पुलिस सत्यापन के बाद डीटीसी ने 3500 में से 464 होमगार्ड को वापस भेज दिया था। तब पुलिस आयुक्त अरोड़ा ने होमगार्ड को पीसीआर व थानों में लगाने की फाइल को जल्द क्लीयर करने के लिए होमगार्ड मुख्यालय काे पत्र लिखा था।

    पत्र में उन्होंने स्पष्ट किया कि विशेष पुलिस आयुक्त (ऑपरेशन) द्वारा एक प्रस्ताव दिल्ली पुलिस आयुक्त व दिल्ली सरकार को भेजा गया है। जिसमें कि होमगार्ड को पीसीआर का हिस्सा बनाने का सुझाव दिया गया है। इस संबंध में उन्होंने पत्र में उल्लेख किया कि होमगार्ड को डीटीसी में बहुत ज्यादा जलील और बेइज्जत किया जा रहा है।

    डीटीसी का घाटा भी कम होगा

    इससे कि खाकी वर्दी की छवि धूमिल हो रही है और होमगार्ड के साथ बहुत ज्यादा भेदभाव एवं भाई भतीजावाद भी हो रहा है। उन्होंने पत्र में लिखा कि होमगार्ड बनाने का मुख्य उद्देश्य दिल्ली पुलिस की सहायता करना है ना कि डीटीसी आदि में खड़े रखना है। उन्होंने अपने पत्र में कहा कि अगर होमगार्ड काे वहां से हटा दिया जाता है तो इससे डीटीसी का भारी भरकम घाटा भी कम होगा। उन्होंने पत्र में होमगार्ड को पीसीआर में लगाने के प्रस्ताव को अविलंब और जल्द से जल्द पारित एवं पास करवाने का अनुरोध किया है।

    हटाए जा सकते हैं होमगार्ड

    सूत्रों का कहना है कि होमगार्ड मुख्यालय ने इस बारे में अभी कोई फैसला नहीं लिया है। मगर डीटीसी में काम कर रहे 3000 से अधिक होमगार्ड चाहते हैं कि उन सभी को दिल्ली पुलिस में स्थानांतरित कर दिया जाए। क्योंकि डीटीसी में लगे होमगार्ड को तीन-तीन माह तक वेतन नहीं मिल रहा है। इससे वे आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं और मानसिक रूप से भी परेशान हो रहे हैं। ये लोग होमगार्ड मुख्यालय के उस आदेश का भी हवाला दे रहे हैं जिसमें तीन माह तक वेतन रुकने पर संबंधित विभाग से होमगार्ड को हटाया जा सकता है।

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