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    चार महीने से फरार सुल्तानपुरी की ड्रग तस्कर कुसुम की 4 करोड़ की संपत्ति जब्त, बेटियों का काला चिट्ठा खुला

    Updated: Sun, 20 Jul 2025 06:47 PM (IST)

    दिल्ली पुलिस ने ड्रग तस्कर कुसुम की 4 करोड़ की संपत्ति जब्त की जिसमें इमारतें और फ्लैट शामिल हैं। कुसुम की बेटियों के बैंक खातों से करोड़ों का अवैध लेनदेन पाया गया है। कुसुम पहले भी छापेमारी के दौरान फरार हो चुकी है और उस पर कई मादक पदार्थ तस्करी के मामले दर्ज हैं। पुलिस ने कुसुम के अवैध साम्राज्य का पर्दाफाश किया है।

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    मार्च से फरार महिला ड्रग सप्लायर की चार करोड़ की संपत्ति पुलिस ने की जब्त

    जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली। चार महीने से फरार सुल्तानपुरी की ड्रग तस्कर कुुुसुम की चार करोड़ की संपत्ति बाहरी जिला नारकोटिक्स सेल ने जब्त की है। सुल्तानपुरी स्थित चार मंजिला तीन इमारत, एक फ्लैट व एक दुकान के अलावा रोहिणी सेक्टर-2 स्थित एक फ्लैट पुलिस ने जब्त कर ली है।

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    वहीं, कुसुम की दो बेटियों के बैंक खाते से करीब दो करोड़ रुपये के अवैध लेनदेन के बारे में पुलिस को जानकारी मिली है, बीते छह महीने में ही 70 लाख रुपये के ट्रांजेक्शन इनके बैंक खाते से हुए हैं, वहीं कुसुम के खाते से 10 लाख रुपये लेनदेन की जानकारी मिली है। पुलिस ने इन सभी के बैंक खाते सीज करा दिए हैं।

    इससे पहले गत मार्च में पुलिस ने सुल्तानपुरी स्थित कुसुम के घर पर छापेमारी की थी। इस दौरान कुसुम तो फरार हो गई, लेकिन उसका बेटा पुलिस के हत्थे चढ़ गया। बेटा भी इस अवैध कारोबार में मां का हाथ बंटाता था।

    बाहरी जिला पुलिस उपायुक्त सचिन शर्मा ने बताया कि लगातार दो महीने से नारकोटिक्स की टीम कार्रवाई कर रही है। अभी इस मामले में कार्रवाई जारी है। कुसुम सुल्तानपुरी स्थित मादक पदार्थ कारोबार की सरगना है। जिसके खिलाफ विभिन्न जिलों और अपराध शाखा द्वारा मादक पदार्थ पदार्थ अधिनियम के तहत 12 मामले दर्ज हैं।

    पुलिस का दावा है कि जब्त की गई सभी संपत्तियां बड़े पैमाने पर नशीले पदार्थों की तस्करी से अर्जित अवैध धन से अर्जित की गई हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि मार्च में हुई छापेमारी के बाद महीनों तक चली जांच के दौरान इस जब्ती से जुड़े वित्तीय सुराग का पता चला। यह छापेमारी बाहरी जिला नारकोटिक्स इंस्पेक्टर रितेश के नेतृत्व में उनकी टीम ने इलाके में संदिग्ध गतिविधियों का पता चलने के बाद की गई थी।

    छापेमारी के दौरान कुसुम के 26 वर्षीय बेटे अमित को गिरफ्तार किया गया था। जिसके पास से हेरोइन के 550 छोटे पैकेट, ट्रामाडोल टैबलेट, 14 लाख रुपये नकद और एक स्कार्पियो एसयूवी बरामद की गई थी। पुलिस सूत्रों की माने तो कुसुम पर मकोका के तहत कार्रवाई करने की तैयारी चल रही है।

    पहली और दूसरी मंजिल से टोकरी लटकाकर ग्राहकों को देती थी नशीला पदार्थ

    पुलिस जांच में पता चला कि ग्राहकों को कुसुम पहली और दूसरी इमारत से रस्सी के जरिए एक टोकरी में नशीला पदार्थ रखने के बाद इसे लटकाकर नीचे खड़े ग्राहकों को देती थी। इससे पहले वह ऊपर से देखती थी कि कहीं कोई पुलिस तो नहीं है। वहीं, आसपास कई सीसीटीवी कैमरे भी लगवाई थी, अंदर से बाहर की गलियों में निगरानी रखती थी। ग्राहकों का पता वह सीसीटीवी देखकर ही लगाती थी। फिर वह दूसरी मंजिस से इन्हें सामान देती और पैसे लेती थी।

    दोनों बेटियों के बैंक खाते से हुए दो करोड़ रुपये के लेनदेन

    जांच के दौरान नारकोटिक्स टीम को पता चला कि कुसुम इस अवैध कारोबार को अपने तक ही सीमित नहीं रखा हुआ है। इस काम में उसका बेटा और दो बेटी भी शामिल रहे हैं। कुसुम अवैध लेन देने के लिए अपने बैंक खाते से ज्यादा अपनी दोनों बेटियों के बैंक खाते का इस्तेमाल करती थी। पुलिस जांच में यह भी पता चला कि दोनोें बेटियां 60 से 70 लाख रुपये की लग्जरी गाड़ियों में घूमती थीं।

    विदेशी नागरिकों से भी रुपये लेनदेन की मिली है जानकारी

    नारकोटिक्स के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मां और बेटियों के जब बैंक खाते खंगाले गए तो इनमें कई विदेशी नागरिकों से भी लेनदेन किए गए हैं। जिनमें अधिकतर नाइजीरियन मिले हैं। पुलिस अब इस मामले में भी जांच में जुट गई है। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कुसुम के गिरोह में कहीं विदेशी नागरिक भी तो शामिल नहीं है।

    तीन घरों को मिलाकर अंदर से बनाया हुआ था एक घर

    एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि कुसुम का घर, जो बाहर से तीन अलग-अलग घरों जैसा लग रहा था, अंदर से एक विशाल इमारत निकला, जिसमें भूतल और तीन मंजिला थीं, जो अंदर की दीवारों को तोड़कर और आसपास के चार घरों को मिलाकर बनाई गई थीं। वहीं, मुख्य गेट पर इलेक्ट्रानिक लाक के अलावा हर फ्लोर पर दो-दो गेट भी लगाया हुआ था। गली को दोनों तरफ से घेरकर अपने घर में मिलाया हुआ था। पुलिस ने दिल्ली नगर निगम को पत्र लिखकर इस अवैध घरों को ध्वस्त करने का अनुरोध किया है। क्योंकि यह भवन नियमोें को ताक पर रखकर बनाई बनाए गए हैं।