दिल्ली में 3 हफ्ते से पेयजल संकट कायम, अब हरियाणा ने भी बढ़ाई परेशानी
दिल्ली जल बोर्ड के सभी नौ जलशोधन संयंत्रों से पानी की आपूर्ति 30 फीसद कम हो गई है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली में यमुना नदी में अमोनिया की समस्या अब तक बरकरार है। इस वजह से दिल्ली में तीन सप्ताह से पेयजल की किल्लत बनी हुई है। इस बीच हरियाणा की तरफ से अब मूनक नहर में भी पानी कम छोड़ा जा रहा है। इस वजह से दिल्ली जल बोर्ड के सभी नौ जलशोधन संयंत्रों से पानी की आपूर्ति 30 फीसद कम हो गई है।
जल बोर्ड सामान्य दिनों में राजधानी में प्रतिदिन करीब 910 एमजीडी पानी आपूर्ति करता है, लेकिन यमुना में अमोनिया की मात्र बढ़ने से जल बोर्ड वजीराबाद व चंद्रावल जल शोधन संयंत्रों में नदी से पानी नहीं उठा पा रहा है। जल बोर्ड का कहना है कि यमुना में अमोनिया की मात्र अभी 1.6 पीपीएम (पार्ट्स पर मिलियन) है।
अमोनिया की इतनी मात्रा को शोधित करने की क्षमता बोर्ड के संयंत्रों में नहीं है। अमोनिया की मात्र 0.9 पीपीएम तक होने पर ही शोधित किया जा सकता है।
यमुना में अमोनिया की मात्र बढ़ने से जल बोर्ड वैकल्पिक तौर पर वजीराबाद व चंद्रावल जल शोधन संयंत्र में भी मूनक नहर से पानी लेता है। सोनिया विहार से भी पानी ओखला, हैदरपुर जलशोधन संयंत्रों को पानी भेजना पड़ रहा है।
इन इलाकों में किल्लत
एनडीएमसी के वीवीआइपी इलाके सहित पश्चिमी, उत्तरी, दक्षिणी व मध्य दिल्ली में पेयजल किल्लत अधिक है। वहीं, जल बोर्ड की मुख्य पाइप लाइन में खराबी होने से 25 जनवरी को बख्तावरपुर, पल्ला व नरेला के आसपास के गांवों व औद्योगिक क्षेत्र, बुराड़ी, संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर व समयपुर बादली के आसपास के इलाकों में आपूर्ति प्रभावित रहेगी। पेयजल की किल्लत होने पर 1916 पर कॉल कर पानी का टैंकर मंगा सकते हैं।