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    बदमाशों ने DRDO के वैज्ञानिक को भी नहीं छोड़ा, एपीके फाइल भेजकर 40 लाख रुपये ठगे; चार गिरफ्तार

    साइबर ठगों ने DRDO के एक वैज्ञानिक से 40 लाख रुपये की ठगी की। आरोपियों ने पीड़ित को एपीके फाइल भेजकर वारदात को अंजाम दिया। पीड़ित ने फाइल इंस्टाल की तो ठगों ने उनके बैंक खाते से 40 लाख रुपये निकाल लिये। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आइए जानते हैं ठगों ने कैसे घटना को अंजाम दिया...

    By shani sharma Edited By: Sonu Suman Updated: Fri, 21 Mar 2025 06:26 PM (IST)
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    ठगों ने एपीके फाइल भेजकर वैज्ञानिक से 40 लाख रुपये ठग लिए।

    जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। दक्षिणी पश्चिमी जिला पुलिस ने डीआरडीओ वैज्ञानिक से 40 लाख रुपये की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर चार जालसाजों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों ने पीड़ित को भी एपीके फाइल भेजकर वारदात को अंजाम दिया था।

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    पुलिस उपायुक्त सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि जालसाजों की पहचान झारखंड के देवघर स्थित बहादुरपुर निवासी इकबाल अंसारी, राजस्थान अलवर के सैयद कॉलोनी निवासी साजिद खान, अलीगढ़ के जट्टाली निवासी सलमान खान और राजस्थान भरतपुर के सेध का मध कॉलोनी निवासी नरेंद्र कुमार के रूप में हुई है।

    एपीके फाइल भेजकर करते थे ठगी

    ठग ग्राहक सेवा सहायता के बहाने पीड़ितों से संपर्क करते थे। फिर उनके मोबाइल पर एपीके फाइल भेजकर ठगी करते थे। पुलिस ने आरोपितों से ठगी में इस्तेमाल किए गए डिवाइस सहित कुल पांच स्मार्टफोन बरामद किए है।

    ठगों ने उनके खाते से 40 लाख रुपये निकाल लिए

    पुलिस उपायुक्त ने बताया कि सात जनवरी को डीआरडीओ से सेवानिवृत्त वैज्ञानिक ने पुलिस को शिकायत दी थी। उन्होंने बताया कि वह इंटरनेट पर याहू के ग्राहक सहायता नंबर सर्च कर रहे थे। उन्होंने इंटरनेट से एक नंबर लेकर उस पर कॉल की। कॉल रिसीव करने वाले ने खुद को ग्राहक सहायक बताकर पीड़ित से ऑनलाइन एक फार्म भरवाया। साथ ही उनके मोबाइल पर एपीके फाइल भेजकर उसे इंस्टाल करने के लिए कहा। जैसे ही पीड़ित ने फाइल इंस्टाल की तो ठगों ने उनके बैंक खाते से 40 लाख रुपये निकाल लिये।

    मास्टरमाइंड इकबाल अंसारी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

    इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन शुरू की। पुलिस ने आइपी एड्रेस से आरोपितों का पता लगाकर मास्टरमाइंड इकबाल अंसारी को गिरफ्तार किया। फिर साजिद खान, सलमान खान और नरेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया गया। पुलिस उपायुक्त ने बताया कि इकबाल अंसारी ग्राहक सेवा सहायता के इंटरनेट पर विज्ञापन फ्लैश करने और पीड़ितों को एपीके फाइलों को भेजने का काम करता था।

    नौकरी के बहाने करता था कॉल

    साजिद खान बेरोजगारों को नौकरी दिलाने के बहाने कॉल करता था। फिर मार्केटिंग, बिक्री और सुरक्षा गार्ड की नौकरियों के नाम पर साक्षात्कार आयोजित करता था और उन्हें कुछ बैंक खाते खोलने के लिए कहता था। सलमान खान इंटरनेट मीडिया से पीड़ितों का डेटा लेकर उन्हें कॉल करता था। जबकि नरेंद्र कुमार ठगी का पैसा एटीएम से निकॉलता था।

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