कैलाश गौतम अवार्ड से सम्मानित हुए डॉ. गणेश, तिग्मांशु धूलिया ने किया प्रदान
Delhi News राज्यसभा सचिवालय के पूर्व संपादक और साहित्यकार डॉ. गणेश शंकर श्रीवास्तव को गुफ़्तगू संस्था की ओर से कैलाश गौतम अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उन्हें तिग्मांशु धूलिया के हाथों प्रयागराज में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रदान किया गया। डॉ. गणेश की रचनाएं विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हैं तथा दूरदर्शन एवं आकाशवाणी से प्रसारित हैं।
नई दिल्ली। राज्यसभा सचिवालय के पूर्व संपादक और साहित्यकार डॉ. गणेश शंकर श्रीवास्तव को हिंदुस्तानी साहित्य की संस्था गुफ़्तगू की ओर से प्रयागराज में कैलाश गौतम अवॉर्ड प्रदान किया गया। यह पुरस्कार उन्हें सुप्रसिद्ध बॉलीवुड फिल्म निर्माता-निर्देशक और अभिनेता तिग्मांशु धूलिया के हाथों प्रयागराज में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रदान किया गया।
समारोह की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि यश मालवीय ने की। डॉ. गणेश शंकर श्रीवास्तव साहित्य और पत्रकारिता के क्षेत्र में लगभग दो दशकों से सक्रिय हैं। उनकी रचनाएं विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हैं तथा दूरदर्शन एवं आकाशवाणी से प्रसारित हैं। डॉ. गणेश की रचनाएं ‘आर पार’ एवं ‘कई फूल कई रंग’ काव्य संकलनों में संगृहीत हैं। डॉ. गणेश के पिता सुरेश चंद श्रीवास्तव सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी एवं मां सरला देवी गृहणी हैं। पुरस्कार के लिए कई वरिष्ठ लेखकों एवं पत्रकारों ने उन्हें बधाई प्रेषित की है। संप्रति डॉ. गणेश, नई दिल्ली में भारत सरकार के एक कार्यालय में कार्यरत हैं।
सुप्रसिद्ध कवियों-लेखकों ने दी डॉ. गणेश को बधाई
सुप्रसिद्ध हास्य कवि अरूण जैमिनी ने डॉ. गणेश को कैलाश गौतम अवॉर्ड की बधाई संदेश में कहा कि कोई भी सम्मान आपको आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। डॉ. गणेश की कविताएं जितनी संवेदनशील हैं, उतनी ही पैनी धार उनके व्यंग्य लेखों की भी है। प्रिय डॉ. गणेश को कैलाश गौतम अवॉर्ड के लिए अनंत शुभकामनाएं। आप यूं ही सफलता की सीढ़ियाँ चढ़ते रहो।
कैलाश गौतम अवॉर्ड की बधाई देते हुए प्रतिष्ठित कवि प्रांजल धर ने कहा कि गणेश शंकर श्रीवास्तव जी लेखन को अपनी आत्मीयता की ऊष्मा और अपनेपन के स्नेहिल ताप से जोड़ते हैं। इनकी रचनाओं में एक सहज लयबद्धता व्याप्त रहती है जो गांव-देहात की ज़मीन और माटी की खुशबू को बयाँ करती है। दार्शनिक भावभूमि के साथ-ही-साथ बिसरा दिए गए जनसरोकार, हाशिये की चिन्ता, बराबरी के लिए संघर्ष इनकी रचनाओं में पसरा है।
लोकप्रिय कवि शंभू शिखर ने कहा कि डॉ. गणेश मेरे पुराने साहित्यिक मित्र हैं। लेखन से लेकर साहित्यिक कार्यक्रमों का आयोजन भी आपके प्रयास से समय-समय पर संभव होता रहा है। यह गणेश जी की साहित्य साधना का ही परिणाम है कि उन्हें गुफ्तगू संस्था द्वारा कैलाश गौतम अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। मैं आपके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं।
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