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    Delhi Metro Golden Line: तुगलकाबाद-एरोसिटी के डबल डेकर कॉरिडोर का निर्माण कार्य सुस्त, वायाडक्ट का काम अभी भी बाकी

    Updated: Thu, 26 Sep 2024 09:53 PM (IST)

    तुगलकाबाद-एरोसिटी कॉरिडोर पर बनने वाले डबल डेकर कॉरिडोर के निर्माण में देरी हो रही है। डीएमआरसी का दावा है कि ज्यादातर पिलर बनकर तैयार हो चुके हैं लेकिन अभी फ्लाईओवर और मेट्रो कॉरिडोर के वायाडक्ट का काम बाकी है। इस कॉरिडोर के बनने से महरौली-बदरपुर रोड पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा। गोल्डन लाइन की कुल लंबाई 23.62 किलोमीटर होगी।

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    तुगलकाबाद-एरोसिटी के डबल डेकर कॉरिडोर का निर्माण कार्य सुस्त।

    राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली मेट्रो के फेज चार में निर्माणाधीन गोल्डन लाइन (तुगलकाबाद-एरोसिटी) पर डबल डेकर कॉरिडोर का निर्माण सुस्त गति से चल रहा है। इस वजह से अब तक इसका निर्माण पूरा नहीं हो पाया। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) का दावा है कि डबल डेकर एलिवेटेड कॉरिडोर के ज्यादातर पिलर के निर्माण का कार्य पूरा हो गया है, लेकिन पिलर पर फ्लाईओवर और मेट्रो कॉरिडोर के वायाडक्ट का काम अभी बाकी है।

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    गोल्डन लाइन की कुल लंबाई 23.62 किलोमीटर होगी। इसका 19.34 किलोमीटर हिस्सा भूमिगत और संगम विहार से साकेत जी ब्लॉक तक 4.28 किलोमीटर हिस्सा एलिवेटेड होगा। इस एलिवेटेड हिस्से पर संगम विहार से खानपुर तक 2.4 किलोमीटर के डबल डेकर कॉरिडोर का निर्माण अगस्त 2020 में शुरू हुआ था, जो अब तक तैयार नहीं हुआ।

    महरौली-बदरपुर रोड पर वाहनों का दबाव ज्यादा

    पहले कोरोना के कारण निर्माण में विलंब हुआ था, अब बताया जा रहा है कि महरौली-बदरपुर रोड पर वाहनों का दबाव ज्यादा है और संगम विहार से खानपुर के बीच जिस जगह डबल डेकर कॉरिडोर का काम चल रहा है वहां सड़क बहुत ज्यादा चौड़ी नहीं है। इस वजह से निर्माण धीमी गति से हो रहा है। ताकि यातायात प्रभावित न होने पाए।

    मेट्रो का एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण होना है

    योजना के अनुसार सड़क से 9.3 मीटर की ऊंचाई पर छह लेन का फ्लाईओवर और फ्लाईओवर से करीब नौ मीटर की ऊंचाई पर मेट्रो का एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण होना है। इस कॉरिडोर के पिलर डबल डेकर के आकार में नजर आने लगे हैंं। पिलर के ऊपर वायाडक्ट के निर्माण के लिए पहले से निर्मित यू-गार्डर चढ़ाया जाएगा। डीएमआरसी का कहना है कि अब तक गोल्डन लाइन का 49 प्रतिशत काम पूरा हुआ है। भूमिगत कॉरिडोर का काम तेजी से चल रहा है। मार्च 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य है।

    चार सुरंग का निर्माण पूरा

    गोल्डन लाइन पर भूमिगत कॉरिडोर के लिए अब तक चार सुरंग का निर्माण पूरा हो गया है। इसके तहत एयरफोर्स लांचिंग शेफ्ट से से मां आनंदमयी मार्ग तक 2.670 किलोमीटर, छतरपुर से छतरपुर मंदिर तक 865 मीटर, छतरपुर से किशनगढ़ तक 1.267 किलोमीटर व किशनगढ़ से छतरपुर के बीच 1.273 किलोमीटर के सुरंग का निर्माण पूरा हो गया है। छतरपुर से छतरपुर मंदिर के बीच दूसरे सुरंग का निर्माण जल्दी पूरा हो जाएगा।

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