'आयुष्मान भारत' पर केंद्र व दिल्ली के बीच रार बरकरार
स्वास्थ्य विभाग ने पहले केंद्र सरकार को पत्र भेजकर कहा था कि दिल्ली में इस योजना का नाम मुख्यमंत्री आम आदमी स्वास्थ्य बीमा-आयुष्मान भारत रखा जाए तभी इसे लागू किया जाएगा।
नई दिल्ली (जेएनएन)। गरीबों को मुफ्त चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की योजना 'आयुष्मान भारत' की राह दिल्ली में मुश्किल होती दिख रही है। दिल्ली सरकार ने राजनीतिक लाभ लेने के लिए योजना के नाम में पहले मुख्यमंत्री आम आदमी जोड़ने की शर्त रखी थी, जिसे केंद्र सरकार ने ठुकरा दिया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्पष्ट कर दिया है कि इसके मूल नाम में कोई बदलाव नहीं होगा। विवाद दूर करने के लिए केंद्र ने यह प्रस्ताव दिया है कि दिल्ली सरकार चाहे तो आयुष्मान भारत नाम के बाद मुख्यमंत्री या आम आदमी शब्द जोड़ सकती है। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य सेवाएं महानिदेशालय (डीजीएचएस) के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार शुक्रवार को केंद्र का जवाब मिला है।
जवाब की कॉपी दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के पास भेज दी गई है। अब इस पर फैसला दिल्ली सरकार को करना है। यदि सरकार अपनी शर्तो पर अड़ी रही तो आयुष्मान भारत की सुविधा से दिल्ली के लोग वंचित रह सकते हैं। केंद्र सरकार 25 सितंबर को इसे प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के नाम से शुरू करेगी। अभी तक दिल्ली सरकार ने समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं।
हालांकि डीजीएचएस ने तीन महीने पहले सर्वे कर यह आकलन कर लिया है कि योजना के लागू होने से कितने लोगों को फायदा होगा। विवाद का एक विषय यह भी है कि केंद्र सरकार ने वर्ष 2011 में कराई गई सामाजिक, आर्थिक और जातिगत जनगणना के आधार पर स्वास्थ्य बीमा देने का दिशानिर्देश तैयार किया है। इस प्रावधान के अनुसार दिल्ली में करीब 20 लाख लोगों को ही बीमा का लाभ मिल पाएगा, जबकि यहां करीब 17 लाख परिवारों को खाद्य सुरक्षा कार्ड जारी किया गया है।
दिल्ली सरकार ने इन 17 लाख परिवारों के करीब 80 लाख लोगों को बीमा के दायरे में लाने की बात कही थी। महानिदेशालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस मामले पर दिल्ली सरकार अब केंद्र की बात मानने को तैयार है, असल विवाद अब सिर्फ नाम पर ही है।
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने पहले केंद्र सरकार को पत्र भेजकर कहा था कि दिल्ली में इस योजना का नाम मुख्यमंत्री आम आदमी स्वास्थ्य बीमा-आयुष्मान भारत रखा जाए तभी इसे दिल्ली में लागू किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग को लंबे समय से इस पर केंद्र से जवाब का इंतजार था। अब केंद्र का जवाब मिल गया है, जिसमें कहा गया है कि योजना का पहला नाम आयुष्मान भारत ही रहेगा, इसके बाद में चाहें तो कुछ और नाम जोड़ लें।