दिल्ली हाट में खादी के स्टाइलिश अवतार, स्वदेशी फैशन को दी नई उड़ान
दिल्ली सरकार ने स्वदेशी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए खादी उत्सव में वस्त्र कथा 2.0 फैशन शो का आयोजन किया। इस शो में खादी के आधुनिक परिधानों को प्रदर्शित किया गया जिसे युवाओं ने फ्यूजन वियर और एथनिक गाउन जैसे नए रूपों में प्रस्तुत किया। खादी जो कभी स्वतंत्रता आंदोलन का प्रतीक था अब पर्यावरण के अनुकूल फैशन के रूप में उभर रहा है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। स्वदेशी संस्कृति को पुनर्जीवित करने और खादी वस्त्रों को फैशन के क्षेत्र में अग्रणी बनाने के लिए, दिल्ली सरकार ने खादी उत्सव के तहत दिल्ली हाट में "वस्त्र कथा 2.0" फैशन शो का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में खादी के आधुनिक और स्टाइलिश परिधान के रूप में सरल लेकिन बहुमुखी स्वरूप को प्रदर्शित किया गया, जिसने दर्शकों का मन मोह लिया।
यह फैशन शो पारंपरिक वस्त्रों को समकालीन डिज़ाइन के साथ मिलाने का एक अनूठा प्रयास था। परिधान प्रशिक्षण एवं डिज़ाइन केंद्र के साथ-साथ दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित कॉलेजों जैसे मिरांडा हाउस, खालसा कॉलेज और हिंदू कॉलेज के युवा और प्रतिभाशाली डिज़ाइनरों ने इसमें भाग लिया। छात्रों ने मॉडलों के माध्यम से मंच पर खादी से बने अपने रचनात्मक डिजाइनर परिधानों का प्रदर्शन किया, जिसने आधुनिक फैशन के लिए एक नया मानक स्थापित किया।
रैंप पर मॉडलों ने फ्यूजन वियर से लेकर एथनिक गाउन तक, खादी के विविध संग्रह का प्रदर्शन किया। युवाओं ने खादी के धागे की सादगी और मजबूती को बनाए रखते हुए अपने डिज़ाइनों में आधुनिक पैटर्न को शामिल किया। कभी स्वतंत्रता आंदोलन का प्रतीक रहे खादी के कपड़े अब एक नए अंदाज के साथ फैशन जगत में अपनी पहचान बना रहे हैं, जो पर्यावरण के अनुकूल होने के साथ-साथ बेहद आधुनिक भी है। दर्शकों ने युवा डिज़ाइनरों के प्रयासों की सराहना की।
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