'जेन-जी भारत को तोड़ेगी नहीं, बल्कि सशक्त बनाएगी', पुस्तक विमोचन के मौके पर बोले धर्मेंद्र प्रधान
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि जेन-जी डिजिटल युग में भी विवेकानंद के दिखाए मार्ग पर चलेगी। लिविंग द विवेकानंद वे पुस्तक के विमोचन पर उन्होंने कहा कि विवेकानंद का दर्शन युवाओं के लिए नैतिक ऊर्जा का स्रोत है। उन्होंने युवाओं को निडर बनने और भारत को उत्पादक अर्थव्यवस्था बनाने पर जोर दिया। डीयू वीसी प्रो. योगेश सिंह ने विवेकानंद के विचारों को प्रेरणादायक बताया।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि जेन-जी डिजिटल युग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से घिरी हुई है, लेकिन उसका आत्मा और दिशा वही है जो विवेकानंद ने दिखाई थी।
“जेन जी भारत को तोड़ने का काम नहीं करेगी, बल्कि अपनी अस्मिता और स्वाभिमान से उसे और सशक्त करेगी। विवेकानंद का दर्शन आज के युवाओं के लिए नैतिक और आध्यात्मिक ऊर्जा का स्रोत है।”
प्रधान दिल्ली विश्वविद्यालय के शंकर लाल हाल में "लिविंग द विवेकानंद वे" पुस्तक के विमोचन के मौके पर बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि यह विमोचन पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के दिन आयोजित होना विशेष महत्व रखता है। विवेकानंद ने भारतीय दर्शन, वेद और उपनिषद को सरल भाषा में आम जन तक पहुंचाया और "प्रैक्टिकल वेदांत" की अवधारणा दी।
उन्होंने युवाओं को निडर और आत्मविश्वासी बनने की सीख याद दिलाई और कहा कि भारत की अस्मिता और स्वाभिमान किसी भी विभाजनकारी ताकत से डगमगाएगा नहीं। उन्होंने कहा, भारत को उपभोक्ता नहीं, बल्कि उत्पादक अर्थव्यवस्था बनना है और इसके लिए शोध और शिक्षा को व्यावहारिक दिशा देनी होगी।
उन्होंने कहा, हमारे यहां शोध को पत्रों से निकालकर प्रोडक्ट आधारित बनाना होगा। उन्होंने दोनों लेखकों के कार्य की सराहना करते हुए कहा कि अनन्या अवस्थी ने पोषण के क्षेत्र में कार्य कर उसे विवेकानंद दर्शन से जोड़ा है।
निखिल यादव विवेकानंद केंद्र से जुड़कर युवाओं के बीच सक्रिय रहे हैं और यह पुस्तक आज की पीढ़ी को प्रेरणा देगी। विशिष्ट अतिथि डीयू वीसी प्रो. योगेश सिंह ने कहा कि विवेकानंद कहकर गए हैं कि शक्ति आपके अंदर है और आप सबकुछ कर सकते हैं, बस आपको खुद पर विश्वास रखना होगा।
उनके विचारों में खुलापन था और इसी ने उन्हें विवेकानंद बनाया। इससे पहले पुस्तक की लेखिका अनन्या अवस्थी और निखिल ने पुस्तक की रूपरेखा प्रस्तुत की। कार्यक्रम में रूपा पब्लिकेशन के निदेशक सतीश मेहरा, गायिका मालिनी अवस्थी, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सलाहकार अवनीश अवस्थी आदि मौजूद रहे।
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