दिल्ली में बर्ड फ्लू की दहशत, मंत्री गोपाल राय ने किया मंडी का दौरा
दिल्ली सरकार में विकास मंत्री गोपाल राय ने डॉक्टरों की टीम के साथ पूवी दिल्ली की गाजीपुर मंडी का दौरा किया। गोपाल राय ने मंडी में लाए जा रहे पक्षियों की निगरानी पर खास जोर देनी का भरोसा दिया।
नई दिल्ली [जेएनएन]। डेंगू व चिकनगुनिया के बाद दिल्ली में बर्ड फ्लू की दहशत है। बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए राजधानी दिल्ली अलर्ट पर है। डेंगू को लेकर हुई फजीहत के बाद दिल्ली सरकार बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए कोई कोताही नहीं बरतना चाहती है, इसी को देखते हुए दिल्ली सरकार के विकास मंत्री गोपाल राय ने आज पूर्वी दिल्ली की गाजीपुर मुर्गा मंडी का दौरा किया। दौरे के वक्त मंत्री के साथ विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम भी मौजूद रही।
Bird flu scare in Delhi: Development Minister Gopal Rai visits Ghazipur chicken mandi pic.twitter.com/XuuXGRvKOu
— ANI (@ANI_news) October 21, 2016
चिकन मंडी में मंत्री गोपाल राय की अगुवाई में डॉक्टरों ने पक्षियों की जांच की। मंडी में किए इंतजामों से जांच टीम पूरी तरह संतुष्ट नजर आई। गाजीपुर मंडी का दौरा करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में मंत्री गोपाल राय ने कहा, 'मंडी में लाए जा रहे पक्षियों की कड़ी निगरानी की जा रही है। हालात सामान्य हैं और हाल ही में मंडी में लाए गए 2.2 लाख पक्षियों में बर्ड फ्लू जैसा कोई संक्रमण नहीं पाया गया'।
Close monitoring is on; the situation is normal and no infection was found in the 2.2 lakh birds that have recently arrived: Gopal Rai pic.twitter.com/vB79mjCXzc
— ANI (@ANI_news) October 21, 2016
23 अक्टूबर से फिटनेस सर्टिफिकेट जरूरी
गोपाल राय ने मंडी में लाए जा रहे पक्षियों की निगरानी पर खास जोर देनी का भरोसा दिया। गोपाल राय ने कहा, 'संक्रमण के खतरे पर नियंत्रण के लिए हम एक मेडिकल कार्ड जारी करेंगे, जो गाजीपुर मंडी के प्रवेश द्वार पर इस्तेमाल होगा'। राय ने कहा कि 23 अक्टूबर से बिना फिटनेस सर्टिफिकेट के किसी भी ट्रक को मंडी में प्रवेश की इजाजत नहीं होगी। पशुपालन विभाग और मंडी अधिकारियों की एक टीम बनाई जाएगी।
No truck will be allowed to enter mandi sans a fitness certificate from Oct 23;Team of vets, dept&mandi officials will be formed: Gopal Rai pic.twitter.com/9RC4tsjA31
— ANI (@ANI_news) October 21, 2016
चिड़ियाघर और डियर पार्क बंद
दिल्ली में बर्ड फ्लू के बढ़ते डर को देखते हुए पहले चिड़ियाघर तो अब हौजखास के डियर पार्क को बंद कर दिया गया है। सरकार ने अलग-अलग जगहों से 50 सैंपल लेकर जालंधर की लैब में जांच के लिए भेजे हैं और रिपोर्ट नहीं आने तक लोगों से मरे पक्षियों से दूर रहने और चिकन न खाने की भी अपील की है।
दिल्ली सरकार हालात पर नजर बनाए हुए है। फिलहाल 23 सदस्यों की कॉर्डिनेशन कमेटी गठित की गई है। साथ ही रैपिड रिस्पांस टीम की संख्या 6 से बढ़ाकर 10 कर दी गई है। यह कमेटी मंडी में जाकर पक्षियों की पड़ताल करेगी। दिल्ली सरकार का दावा है कि स्वास्थ्य विभाग समेत सभी विभाग सतर्क हैं और पड़ोसी राज्यों से भी सतर्क रहने की अपील की है।
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पक्षियों में पाया जाता है बर्ड फ्लू H5N1 वायरस
दिल्ली के चिड़ियाघर में 2 प्रवासी पक्षियों की मौत का पहला मामला 14 अक्टूबर को सामने आया था। उसके दूसरे ही दिन 11 और पक्षियों के मरने की खबर से दिल्ली सरकार और कई दूसरे महकमों में हड़कंप के हालात पैदा हो गए।
दिल्ली में मरे कुछ पक्षियों में एच5-N1 वायरस पाया गया, जिसके बाद से दिल्ली सरकार को डर है कि पक्षियों की मौत की वजह एच5-N1 इन्फ्लुएंजा तो नहीं। एच5-N1 इन्फ्लुएंजा यानि उड़कर लगने वाला जुकाम जो बर्ड फ्लू की वजह से होता है। बर्ड फ्लू H5N1 वायरस है, जो पक्षियों में पाया जाता है। यह आसानी से इंसानों तक फैल जाता है। इससे फेफड़ों में संक्रमण हो जाता है। जिसके शिकार 90 फीसदी लोगों को जान का खतरा होता है।
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बनाया गया कंट्रोल रूम
दिल्ली के पशुपालन विभाग की 6 टीमें ओखला पक्षी विहार, निजामुद्दीन, यमुना डायवर्सिटी पार्क, नजफगढ़ ड्रेन, गाजीपुर और दिल्ली के चिड़ियाघर की निगरानी कर रही हैं, यहां हर साल पड़ोसी राज्यों के साथ-साथ साइबेरिया से भी पक्षी आते हैं। इन पक्षियों की आवाजाही को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता। पक्षियों जांच के साथ-साथ यहां रोकथाम के लिए दवाइयों का छिड़काव भी किया जा रहा है। हालात से निपटने के लिए दिल्ली सरकार की ओर से एक कंट्रोल रूप में बनाया गया है। लोगों से भी सहयोग की अपील की है।
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बर्ड फ्लू के लक्षण और रोकथाम के उपाए
बर्ड फ्लू प्रवासी पक्षियों के जरिए फैलता है और इसके लक्षण सर्दी, खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ होती है। सर्दी के साथ सीने में दर्द की शिकायत, कमजोरी और सुस्ती महसूस होती है। बर्ड फ्लू से रोकथाम के लिए पालतू पक्षियों से दूरी बनाएं। कच्चे और अधपके अंडे खाने से बचें। अपने आसपास साफ का ख्याल रखें और ऐसे कोई लक्षण मिले तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।