दो संक्रमित मिलने के बाद भी शाहीन बाग में प्रदर्शन जारी, बढ़ रहा संक्रमण फैलने का खतरा
शाहीन बाग में शामिल होने वाले दो प्रदर्शनकारियों को कोरोना संक्रमण की जानकारी मिली थी। दोनों संक्रमित व्यक्तियों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। जामिया मिल्लिया इस्लामिया में चल रहे सीएए और एनआरसी विरोधी प्रदर्शन के शनिवार को 100 दिन पूरे हो गए। इस दौरान सैकड़ों प्रदर्शनकारी विश्वविद्यालय के गेट पर पहुंचे। कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए सरकार ने एक जगह पर पांच लोगों से अधिक की संख्या में एकत्रित होने की चेतावनी जारी की है। इसके बावजूद लोगों ने जान को जोखिम में डाल कर प्रदर्शन जारी रखा है। वहीं, लोगों से अधिक संख्या में प्रदर्शन में शामिल होने की अपील की जा रही है।
दो प्रदर्शनकारियों में संक्रमण की जानकारी
जामिया में शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में शाहीन बाग में प्रदर्शन करने वाले लोग भी शामिल होने के लिए पहुंचे, जबकि इससे पहले शाहीन बाग में शामिल होने वाले दो प्रदर्शनकारियों को कोरोना संक्रमण की जानकारी मिली थी। दोनों संक्रमित व्यक्तियों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
बढ़ गया है संक्रमण का खतरा
ऐसे में शाहीन बाग में प्रदर्शनकारियों में संक्रमण का खतरा काफी ज्यादा है। इसके अलावा प्रदर्शन में स्थानीय लोग भी शामिल होते हैं। इससे जामिया नगर, शाहीन बाग, अबुल फजल एंक्लेव में रहने वाले लोगों में संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। इसे देखते हुए जसोला, सरिता विहार में रहने वाले लोगों ने प्रशासन से अपील की है कि कोरोना वायरस से उनकी सुरक्षा के लिए धरने को खत्म कराकर सभी प्रदर्शनकारियों की जांच की जाए।
इधर, तिहाड़ समेत भारत के विभिन्न जेलों में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के संबंध में उचित कदम उठाने का निर्देश देने की मांग को लेकर जनहित याचिका दायर की गई है। शुक्रवार को उक्त याचिका न्यायमूर्ति सिद्धार्थ मृदुल व तलवंत की पीठ के समक्ष पेश हुई। याचिका को उचित पीठ के समक्ष सुनवाई के लिए 24 मार्च के लिए सूचीबद्ध किया गया है।
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