Delhi Divyang Park: दो एकड़ में बनेगा यमुनापार का पहला दिव्यांग पार्क, मिलेंगी ये खास सुविधाएं
Delhi Divyang Park दिल्ली के यमुनापार में दिव्यांग पार्क में एक ओपन जिम बनाया जाएगा। निगम के उप निदेशक उद्यान सतीश कुमार ने बताया कि इसमें जिम के उपकरण दिव्यांगों के अनुकूल होंगे। दिल्ली नगर निगम ने इस परियोजना को धरातल पर उतारने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है। अगले माह की शुरुआत में एजेंसी का चयन कर लिया जाएगा।
पूर्वी दिल्ली [आशीष गुप्ता]। दिव्यांगों के लिए यमुनापार का पहला विशेष पार्क लोनी रोड राठी मिल स्थित दो एकड़ भूखंड पर बनाया जाएगा। इसे बनाने में एक करोड़ रुपये से अधिक की लागत आएगी।
दिल्ली नगर निगम ने इस परियोजना को धरातल पर उतारने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है। अगले माह की शुरुआत में एजेंसी का चयन कर लिया जाएगा। इसे ‘दिव्यांग पार्क’ का नाम दिया जाएगा।
सामान्य पार्कों में दिव्यांगों को परेशानी होती है। न ही पैदल पथ पर वह सुगमता से चल पाते हैं, न ही झूले उनके हिसाब से लगे होते हैं। इसे देखते हुए विशेष रूप से उनके लिए निगम के शाहदरा उत्तरी जोन के इलाके में राठी मिल स्थित भूखंड पर दिव्यांग पार्क बनाने का निर्णय लिया गया है।
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व्हीलचेयर के लिए होगा खास इंतजाम
इसमें प्रवेश से लेकर अंदर घूमने के लिए पैदल पथ तक दिव्यांगों के अनुकूल होंगे। प्रवेश द्वार पर सीढी़ के साथ रैंप बनाया जाएगा। ताकि व्हीलचेयर पर बैठकर पैरों से दिव्यांग लोग रैंप के रास्ते आसानी से अंदर जा सकें।
दृष्टिबाधितों के लिए जगह-जगह ब्रेल लिपि में साइन बोर्ड लगाए जाएंगे। पैदल पथ पर पीले रंग के स्पर्शीय टाइल्स लगेंगे, जिसके जरिये वह आसानी से चल सकेंगे। शौचालय भी इनके अनुकूल ही होंगे। बैठने के लिए बेंच लगेंगे। गजीबो यानी झोपड़ी आकार में बैठक भी बनाई जाएंगी। सुंदरता के लिए फूलों से लेकर सजावटी पौधे लगाए जाएंगे।
बनेगा ओपन जिम
दिव्यांग पार्क में एक ओपन जिम बनाया जाएगा। निगम के उप निदेशक उद्यान सतीश कुमार ने बताया कि इसमें जिम के उपकरण दिव्यांगों के अनुकूल होंगे। अगर दिव्यांग व्हील चेयर पर बैठकर एक्सरसाइज करना चाहेंगे तो आराम से कर सकेंगे। इसमें चेस्ट प्रेस, आर्म एक्सटेंशन, डिसेबल्ड आर्म व्हील, आर्म साइकिल, पुलअप रैक, आर्म एक्सरसाइजर समेत कई उपकरण लगाए जाएंगे।
सीख सकेंगे वाद्य यंत्र
दिव्यांग बच्चों के मनोरंजन के लिए इस पार्क में पूरी व्यवस्था की जाएगी। एक हिस्से में अलग-अलग तरीके के वाद्य यंत्र लगाए जाएंगे। बच्चे इस हिस्से में आकर वाद्य यंत्र बजाना सीख सकेंगे। इन यंत्रों में काजोन ड्रम, बाबेल ड्रम (छोटे व बड़े), पैपिलियो बेल, फ्री चाइम्स, रेनबो सांबा, कांगो आदि शामिल रहेंगे।
झूलों का ले सकेंगे आनंद
झूलों के बिना पार्कों की कल्पना नहीं की जा सकती। ऐसे में इस पार्क में भी दिव्यांगों के अनुकूल झूले लगाए जाएंगे, उनमें सुरक्षा के लिए बेल्ट लगी होगी। इनमें व्हील चेयर स्विंग, सीटर स्विंग, सीटर स्प्रिंग सी-सा, ईटर एमजीआर झूला लगया जाएगा।
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