Deepesh Bhan News: मुंबई में 'मलखान' के दिल में जिंदादिल थी दिल्ली, राजधानी में ही लिया था प्रशिक्षण
भाभी जी घर पर हैं धारावाहिक में टिल्लू का किरदार निभाने वाले दिल्ली के अभिनेता सलीम अली जैदी ने बताया कि शुक्रवार को ही हम सब शूटिंग पर मिले थे। शूट काफी मजेदार था।शूटिंग खत्म हुई तो सभी अपने घर चले गए।दीपेश भी निकल गयाउससे फोन पर बात हुई थी।

नई दिल्ली [संजीव कुमार मिश्र]। भाभी जी घर पर हैं धारावाहिक में "मलखान' का किरदार निभाने वाले दीपेश भान का शनिवार को निधन हो गया। क्रिकेट खेलने के दौरान दीपेश नीचे गिर गए। अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। दीपेश का परिवार दिल्ली स्थित पंजाबी बाग में रहता है। दीपेश के निधन की खबर से दिल्ली के रंगकर्मी आहत हैं।
पंजाबी बाग में रहते हैं दीपेश के भाई-भाभी
भाभी जी घर पर हैं धारावाहिक में टिल्लू का किरदार निभाने वाले दिल्ली के अभिनेता सलीम अली जैदी ने बताया कि शुक्रवार को ही हम सब शूटिंग पर मिले थे। शूट काफी मजेदार था। शूटिंग खत्म हुई तो सभी अपने घर चले गए। दीपेश भी निकल गया, उससे फोन पर बात हुई थी। शनिवार दोपहर एक बजे उससे मिलना था। लेकिन, उसके पहले ही वो दुनिया छोड़ गया...यह कहकर सलीम अली जैदी भावुक हो गए। सलीम ने बताया कि दीपेश भान के भाई और भाभी पंजाबी बाग में रहते हैं। दीपेश की मां का करीब नौ महीने पहले देहांत हो गया था। दीपेश अपनी पत्नी और बच्चे के साथ मुंबई में ही रहते थे।
दिल्ली में सीखा रंगमंच का ककहरा
सलीम ने बताया कि दीपेश ने दिल्ली में ही अभिनय का प्रशिक्षण लिया था। उन्होने किसी संस्थान में दाखिला नहीं लिया था लेकिन विभिन्न थियेटर ग्रुप से जुड़े थे। चार-पांच साल तक दिल्ली के विभिन्न इलाकों में रंगमंच किया। भाभी जी घर पर हैं धारावाहिक से प्रसिद्धि मिलने के बाद भी रंगमंच से जुड़े रहे। सलीम ने बताया कि दीपेश दिल से भी दिल्लीवाला था। मुंबई में रहते हुए भी उसके दिल में दिल्ली बसी थी। खुश दिल इंसान था।
प्रशिक्षण के दौरान ही सीखी भाषाएं
दीपेश भान द्वारा धारावाहिक में निभाया गया मलखान का कैरेक्टर अपनी भाषा के चलते ही लोकप्रिय हुआ। दिल्ली में रंगमंच का प्रशिक्षण लेने के दौरान ही दीपेश ने कई भाषाएं सीखी। दरअसल, उनके गुरु ने एक दिन कहा कि दिल्ली में देश के सभी हिस्से के लोग रहते हैं। उनकी बोली अलग अलग होती है, जिसे थियेटर कलाकारों को सीखना चाहिए। बस फिर क्या था, दीपेश ने सीखना शुरू किया। खुद दीपेश भान भी कहते थे कि गुरु के कहने पर बोली सीखनी शुरू की। उस समय नहीं पता था कि ये अलग अलग बोलियां करियर को दिशा देंगी। भाभी जी घर पर हैं के लिए जब ऑडिशन दिया तो उस समय दिल्ली में सीखी बोलियाें से निर्देशक को प्रभावित किया।
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