दिल्ली हिंसा: ...अब नाले उगल रहे लाशें, अब तक 8 शव मिले, पुलिस शव फेके जाने के तरीकों से हैरान
पुलिस अधिकारी का कहना है कि नाले गंदगी से अटे पड़े हैं जिससे तलाशी लेना नामुमकिन है। सभी नाले दोनों तरफ से तार की जालियों से कवर है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में गत दिनों भीषण सांप्रदायिक हिंसा में मारे गए लोगों के शव अब गोकुलपुरी, शिव विहार व चांदबाग के नालों से मिलने शुरू हो गए हैं। गत आठ दिनों में आठ शव गंदे नालों में मिल चुके हैं। पुलिस उन्हीं शवों को ढूंढ पा रही है जिन लाशों से तेज बदबू आती है और लोग शवों के बारे में पुलिस से शिकायत कर रहे हैं। पुलिस दंगा प्रभावित इलाकों से गुजरने वाले नालों की तलाशी नहीं ले पा रही है। आशंका है कि बड़ी संख्या में लाशें नालों से मिल सकती हैं।
गंदगी के कारण तलाशी में मुश्किल
पुलिस अधिकारी का कहना है कि नाले गंदगी से अटे पड़े हैं, जिससे तलाशी लेना नामुमकिन है। सभी नाले दोनों तरफ से तार की जालियों से कवर है।
पुलिस अब भी हैरान
फिर भी दंगे के दौरान दंगाई एक दूसरे की हत्या कर शवों को इतनी ऊंचाई से नाले में कैसे फेंक दिए। पुलिस इस बात को लेकर बेहद हैरान हैं। 25 फरवरी की देर रात दंगा थमने पर अगले दिन सुबह 26 फरवरी को सबसे पहले आइबी में सिपाही पद पर तैनात अंकित शर्मा की लाश चांदबाग के नाले से मिली थी। उसके अगले दिन 27 फरवरी को गोकुलपुरी नाले से दो सगे भाइयों की लाश मिली थी।
सब्जी लेने गए दो भाई की हत्या
25 फरवरी की शाम दोनों भाई जब सब्जी खरीदने जा रहे थे तभी करावल नगर में दंगाइयों ने दोनों की हत्या कर शवों को नाले में फेंक दिया था। 28 व 29 फरवरी को कोई शव नहीं मिला। एक मार्च को चार अलग-अलग जगहों से नाले से चार शव मिले और दो मार्च को भी एक शव मिला।
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