Delhi Chunav:भाजपा की ऐतिहासिक जीत में इस समाज का बड़ा योगदान, गृह मंत्री ने झोंक दी थी ताकत
दिल्ली में 27 साल बाद भाजपा की प्रचंड जीत में व्यापारियों की अहम भूमिका रही। पार्टी ने अपने संकल्पपत्र में बाजार और व्यापारियों की समस्याओं को संबोधित किया और सत्ता में आने पर बदलाव का वादा किया। व्यापारियों ने इसे अपना चुनाव बना लिया और पार्टी के लिए वोट जुटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अब दिल्ली के बाजार भगवा लहर से गदगद हैं और व्यापारी वर्ग खुशी मना रहा है।
नेमिष हेमंत, नई दिल्ली। दिल्ली में 27 साल बात कमल खिला। प्रचंड और ऐतिहासिक जीत के साथ भाजपा सत्ता में लौटी तो इसमें अन्य वर्ग के साथ व्यापारी वर्ग का बड़ा योगदान है।
पार्टी को व्यापारी वर्ग की अहमियत का अंदाजा था, इसलिए अपने संकल्पपत्र में बाजार और व्यापारी वर्ग की समस्याओं, दिक्कतों को जगह दी और सत्ता में आने पर बदलाव का संकल्प व्यक्त किया।
यहीं नहीं, 50 लाख से अधिक वोट बैंक को साधने के लिए खुद गृह मंत्री अमित शाह ने मोर्चा थामा और मतदान के ठीक पहले दिल्ली के प्रमुख और प्रभावी व्यापारी नेताओं की बैठक ली। उन्हें आगे मतदाताओं की साधने का जिम्मा दिया।
आम बजट की घोषणाओं से व्यापारी वर्ग में सकारात्मक माहौल
आम बजट में आयकर की सीमा 12 लाख रुपये से अधिक बढ़ाने की घोषणा ने व्यापारी वर्ग में सकारात्मक माहौल बनाया। उसने व्यापारियों को मनाने में बड़ी मदद की।
ऐसे में व्यापारियों ने इसे अपना चुनाव बना लिया। पार्टी संगठन और प्रत्याशियों से संपर्क के बगैर ये प्रभावी व्यापारी वर्ग अपने काम में जुट गया जिसका सुखद परिणाम 70 में से 48 सीटों की धमाकेदार जीत के साथ सामने आया।
दिल्ली का बाजार गदगद
अब दिल्ली में भगवा लहर से दिल्ली का बाजार गदगद है, जैसे अयोध्या में भव्य मंदिर में प्रभु राम के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा से आह्लादित था, वैसे ही अब खुश है। जीत पर मिठाइयां बांटी गई। एक दूसरे को बधाईयों का तांता लगा रहा। रविवार को दिल्ली के प्रमुख कारोबारी हब चांदनी चौक के बाजार में साप्ताहिक अवकाश रहा। सोमवार को बाजार में जश्न की तैयारी है।
दिल्ली हिंदुस्तानी मर्केंटाइल एसोसिएशन के महासचिव श्रीभगवान बंसल के अनुसार, भाजपा की जीत पर खासकर पूरे चांदनी चौक में सोमवार को जगह जगह होर्डिंग और बैनर लगाए जाएंगे। जिसमें खासकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने दिल्ली को विकसित राष्ट्र की विकसित राजधानी का जो स्वप्न देखा है। व्यापारी वर्ग उसे पूरा करने में सरकार का आगे बढ़कर पूरा साथ देगा। शनिवार को जब परिणाम आ रहे थे तब चांदनी चौक समेत दिल्ली के विभिन्न बाजारों में व्यापारी वर्ग द्वारा मिठाई बांटकर जीत की खुशी मनाई जा रही थी।
दिल्ली 700 से ज्यादा थोक-खुदरा बाजार
दिल्ली में 700 से अधिक थोक खुदरा बाजार हैं, जिसमें कोई नौ लाख कारोबारी प्रतिष्ठान हैं। जो दिल्ली की देश का प्रमुख कारोबारी हब बनाते हैं। इन कारोबारी प्रतिष्ठानों के संचालन से कोई 20 लाख से अधिक व्यापारी जुड़े हुए हैं तो कर्मचारी परिवार को मिलकर 50 लाख से अधिक मतदाता हो जाते हैं।
पिछले दो चुनाव में दिल्ली के व्यापारी वर्ग में आप सरकार के प्रति झुकाव देखा जा रहा था। अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ने लगातार व्यापारी वर्ग से संवाद बनाए रखा था। लेकिन जिस तरह पांच बाजारों कमला नगर, लाजपत नगर, सरोजनी नगर, खारी बावली, कीर्ति नगर में बजटीय घोषणा के बाद भी कोई काम नहीं हुआ।
खरीदारी महोत्सव केवल कागजों में रहा। दिल्ली बाजार पोर्टल पर भी बात घोषणाओं से आगे नहीं बढ़ी। साथ ही समस्याओं का अंबार लगा रहा। पार्किंग और अतिक्रमण का हल नहीं निकला। महंगी बिजली का दंश अलग से परेशान करता रहा।
आप द्वारा नहीं किए गए व्यापारियों के लिए कोई प्रयास
चेंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआइ) के चेयरमैन बृजेश गोयल कहते हैं कि चुनाव के दौरान आप द्वारा व्यापारियों को साधने और मनाने का कोई खास प्रयास नहीं हुआ।
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने एक भी बैठक व्यापारी समाज के साथ नहीं की। चुनाव में जारी 15 गारंटी में एक भी घोषणा व्यापारी या उद्यमी के लिए नहीं थी। जिससे भाजपा को लाभ मिला।
चांदनी चौक के एक प्रमुख कारोबारी नेता बताते हैं कि मतदान के ठीक पहले केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के आवास पर गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यभर के 350 से अधिक व्यापारी नेताओं के साथ मैराथन बैठक ली थी और बाकी दिल्ली वालों को साधने का जिम्मा दिया था, जिसे व्यापारियों ने सहजता से स्वीकार किया।
ये हैं व्यापारी प्रभावी वाली सीटें, जहां खिला कमल
रोहिणी, रिठाला, शालीमार बाग, वजीरपुर, माडल टाउन, राजेन्द्र नगर, त्रिनगर, मोती नगर, शकूर बस्ती, ग्रेटर कैलाश, मालवीय नगर, कस्तूरबा नगर, जनकपुरी, राजौरी गार्डन, कृष्णा नगर, गांधी नगर, विश्वास नगर व शाहदरा जैसी व्यापारी बहुल विधानसभा सीटों में भाजपा बंपर वोट मिले हैं।
भाजपा का संकल्प, बेहतर कारोबारी माहौल
- भाजपा ने अपने संकल्पपत्र में संकल्प व्यक्त किया है कि एक न्यायिक प्राधिकरण के गठन के साथ सत्ता में आने पर छह माह के भीतर सभी सील हुई दुकानों को खोलेगी। इसी तरह,
- व्यापारी कल्याण बोर्ड की होगी स्थापना।
- खुदरा व्यापार नीति होगी तैयार।
- प्रमुख बाजारों में आधारभूत सुविधाओं के विकास के लिए बाजार उन्नयन मिशन का आरंभ।
- व्यापार ट्रिब्यूनल का गठन।
- जीएसटी देने वाले व्यापारियों को दुर्घटना बीमा योजना।
- पात्र व्यापारियों को प्रति माह 3000 रुपये का पेंशन।
- एलएंडडीओ की सभी लीज होल्ड संपत्तियों का फ्री होल्ड, जैसी घोषणाएं व्यापारियों का विश्वास जीता।
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