Delhi Election 2025: मनीष सिसोदिया की सीट क्यों बदली गई? AAP ने खेला 'सेफ गेम' या कुछ और...
Delhi Vidhan Sabha Chunav 2025 के लिए पूर्व उपमुख्यमंत्री की Manish Sisodia की विधानसभा सीट बदलने को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा गरम है। कहा जा रहा है कि आम आदमी पार्टी (आप) ने मनीष सिसोदिया की सीट बदलकर सेफ गेम खेला है। वर्ष 2020 के चुनाव में पटपड़गंज सीट पर सिसोदिया को मुश्किल से जीत मिली थी। अब इस सीट पर आम आदमी पार्टी से अवध ओझा चुनाव लड़ेंगे।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता, पूर्व उपमुख्यमंत्री व विधायक मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने क्या प्रतिष्ठा बचाने के लिए अपनी सीट बदल दी है, राजनीतिक गलियारों में ऐसी चर्चा तेज है। यह बात जरूर साफ है कि लगातार तीन बार पटपड़गंज सीट से विधायक चुने जा चुके सिसोदिया पिछले वर्ष 2020 के चुनाव में इसी सीट पर एक समय काफी मुश्किल में फंस गए थे।
यहां तक कि सिसोदिया कई राउंड तक भाजपा प्रत्याशी रविंद्र सिंह नेगी से पीछे चल रहे थे, आखिरी के कुछ राउंड में किसी तरह सिसोदिया ने जीत दर्ज की थी। राजनीतिक जानकारों की मानें तो सिसोदिया पटपड़गंज से जीत तो गए थे मगर उन्हें कहीं न कहीं इस बात का डर था कि उन्हें इस सीट से चुनाव भारी भी पड़ सकता है, शायद इसलिए उन्होंने सीट बदली है और सेफ गेम खेला है।
सिसोदिया की सीट बदलने पर क्या बोले गोपाल राय?
आप के दिल्ली संयोजक गोपाल राय का कहना है कि सिसोदिया पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं और कहीं से भी चुनाव जीत सकते हैं। अवध ओझा को जब पार्टी में शामिल कराया गया तो यह बात आई कि उन्हें कहां से लड़ाया जाए, इस पर सिसोदिया आगे आए कि इन्हें पटपड़गंज मेरी सीट दे दी जाए, मैं कहीं और से लड़ लूंगा।
बता दें कि सिसोदिया साल 2020 के चुनाव में 10वें राउंड तक भाजपा प्रत्याशी रविंद्र सिंह नेगी से लगातार पिछड़ते रहे थे, उन्होंने 11वें राउंड में बढ़त बनाई थी, सिसोदिया ने रविंद्र सिंह नेगी को करीब 3,500 मतों के अंतर से हराया था। साल 2015 के विधानसभा चुनाव में सिसोदिया ने इसी सीट से भाजपा उम्मीदवार विनोद कुमार बिन्नी को और 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के नकुल भारद्वाज को हराया था।
शिक्षक के लिए पटपड़गंज से बेहतर सीट नहीं हो सकती: सिसोदिया
सिसोदिया ने एक्स पर एक पोस्ट में जंगपुरा से टिकट देने पर केजरीवाल का आभार जताया। इसके साथ ही लिखा मैं खुद को एक शिक्षक मानता हूं, राजनीतिज्ञ नहीं, पटपड़गंज मेरे लिए सिर्फ एक विधानसभा क्षेत्र नहीं, बल्कि दिल्ली में शिक्षा क्रांति का दिल था।
उन्होंने लिखा, "जब अवध ओझा पार्टी से जुड़े और उन्हें चुनाव लड़ाने की मांग उठी, तो मैं यही सोच पाया कि एक शिक्षक के लिए पटपड़गंज से बेहतर सीट नहीं हो सकती। एक और शिक्षक को पटपड़गंज की जिम्मेदारी सौंपते हुए मुझे खुशी है। मैं अब जंगपुरा में सबके साथ मिलकर काम करने को तैयार हूं। उन्होंने जंगपुरा की जनता के नाम पत्र लिखा है, जिसमें कार्यकर्ताओं से चुनाव में जुटने का आह्वान किया।"
आप की दूसरी लिस्ट-
उल्लेखनीय है कि आप ने सोमवार यानी 9 दिसंबर को उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट में 20 नामों का एलान किया। इससे पहले 21 नवंबर को 11 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी।
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