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    सब्जी मंडी में सस्ती लेकिन गलियों में कई गुना महंगी मिल रही हैं सब्जियां, देखें दामों की लिस्ट

    By Mangal YadavEdited By:
    Updated: Sun, 31 May 2020 11:49 AM (IST)

    Delhi Vegetable Price Rate मंडी में गोभी की थोक कीमत 10-12 रुपये प्रति किलो तक है। वहीं खुदरा वाले इसे 40 से 60 रूपये प्रतिकिलो तक बेच रहे हैं।

    सब्जी मंडी में सस्ती लेकिन गलियों में कई गुना महंगी मिल रही हैं सब्जियां, देखें दामों की लिस्ट

    नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली की गाजीपुर फल और सब्जी मंडी में ग्राहक न पहुंचने के कारण यहां काफी समय से सब्जियों की कीमतें नहीं बढ़ रही हैं। सभी सब्जियों की थोक कीमतें लगभग स्थिर हैं। वहीं आवक में उतार-चढ़ाव होता रहता है। पिछले एक सप्ताह से टमाटर का तो बहुत बुरा हाल है। यहां थोक में टमाटर एक रुपये प्रतिकिलो तक बिक चुका है।

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    फिलहाल यहां टमाटर की थोक कीमत 4 से 6 रूपये प्रतिकिलो तक है। जबकि गलियों में फेरी और दुकान लगाने वाले सब्जी विक्रेता टमाटर 20 रुपये किलो बेच रहे हैं। यह थोक कीमत का करीब तीन से पांच गुना है।

    ये रही सब्जियों के दामों की लिस्ट

    वहीं मंडी में गोभी की थोक कीमत 10-12 रुपये प्रति किलो तक है। वहीं खुदरा वाले इसे 40 से 60 रूपये प्रतिकिलो तक बेच रहे हैं। इसके अलावा मंडी में तोरई की थोक कीमत 7 से 8 रुपये प्रतिकिलो तक है, जबकि खुदरा वाले इसे 30 से 40 रुपये प्रति किलो तक बेच रहे हैं। वहीं कद्दू, लौकी, शिमला मिर्च, भिंडी, बैंगन और अन्य हरी सब्जियों की मंडी में थोक कीमत 4 से 10 रुपये प्रतिकिलो तक है जबकि खुदरा में फेरी वाले और अन्य दुकानदार इन्हें 30 से 40 रुपये प्रतिकिलो तक बेच रहे हैं।

    इस वजह से गलियों में महंगी बिक रही सब्जी

    आढ़ती नानक चंद ने बताया कि लॉकडाउन से पहले मंडी में खुदरा में सब्जी खरीदने वाले ग्राहक भी आते थे, लेकिन मंडी में कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के बाद खुदरा ग्राहकों ने मंडी में आना बंद कर दिया और वह गली में सब्जी की फेरी और दुकान लगाने वाले विक्रेताओं पर निर्भर हो गए। इसलिए मंडी में सब्जी सस्ती होने के बाद भी खुदरा में लोगों को महंगी सब्जी मिल रही है।

    वहीं ईस्ट गुरू अंगद नगर में सब्जी की फेरी लगाने वाले रमेश ने बताया कि पहले लोग ज्यादा थे तो सब्जी की बिक्री ज्यादा होती थी तो हम चार से पांच रुपये प्रतिकिलो के अंतर से सब्जी बेचते थे और ज्यादा बिक्री होने से औसत आ जाता था। अब दिल्ली से काफी लोग जा चुके हैं। इसलिए सब्जी की बिक्री कम हो रही है।