उप राज्यपाल-केजरीवाल के झगड़े में फंसी दिल्ली की वैक्युम क्लीनिंग
राजधानी की सड़कों की सफाई वैक्यूम क्लीनर मशीन से करने के दिल्ली सरकार के फैसले पर उपराज्यपाल ने सवाल उठाए हैं।
नई दिल्ली (जेएनएन)। राजधानी की सड़कों की सफाई वैक्यूम क्लीनर मशीन से करने के दिल्ली सरकार के फैसले पर उपराज्यपाल ने सवाल उठाए हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बृहस्पतिवार को बताया कि उपराज्यपाल कार्यालय ने पूछा है कि मशीन से किन-किन सड़कों की सफाई होगी? सफाई का जिम्मा नगर निगमों का है तो सरकार यह काम क्यों करना चाहती है? क्या इस बारे में नगर निगमों से पूछ लिया गया है?
केजरीवाल ने कहा कि सरकार प्रदूषण कम करने के लिए वैक्यूम क्लीनर मशीन से सड़कों की सफाई करना चाहती थी, लेकिन अब लगता है कि इसके जरिये सड़कों की सफाई नहीं हो पाएगी। उपराज्यपाल कार्यालय ने इस योजना को लेकर जो सवाल पूछे हैं, उनका कोई सिर-पैर नहीं है।
जानिए, LG पर शुरू हुई रार की आंच कैसे उपराष्ट्रपति चुनाव तक पहुंची
मुख्यमंत्री ने उपराज्यपाल कार्यालय से पूछे गए सवालों की प्रति दिखाते हुए कहा कि इसे देखकर लगता है कि यह दिल्ली सरकार की योजना में अड़ंगा लगाने की कोशिश है।
भाजपा उपराज्यपाल के जरिये दिल्ली को बर्बाद करना चाहती है। मशीन से सड़कों की सफाई पर जो सवाल उठाए गए हैं उनको लेकर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया अगले सप्ताह उपराज्यपाल से मुलाकात करेंगे।
वह इन सवालों का जवाब देंगे और गुजारिश करेंगे कि सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना को पूरा होने दें। गौरतलब है कि दिल्ली सरकार की इस योजना को पूरा करने के लिए लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने जिन शर्तो के साथ मशीन खरीदने की कोशिश की थी, उन शर्तो के तहत कोई भी कंपनी आगे नहीं आई।
इस वजह से मशीनें नहीं खरीदी जा सकीं। विभाग ने जो टेंडर निकाला था, उसमें शर्त रखी गई थी कि मशीन आपूर्ति करने वाली कंपनी ही सड़क किनारे सुंदरीकरण व हरियाली विकसित कर उसका रखरखाव करेगी।
नगर निगम व पीडब्ल्यूडी ने जो वैक्यूम क्लीनर मशीनें पहले खरीदी थीं, उनमें आपूर्ति करने वाली कंपनी के लिए सुंदरीकरण व हरियाली विकसित करने की शर्त नहीं थी।
अप्रैल में मुख्यमंत्री ने एक वैक्यूम क्लीनर मशीन को हरी झंडी दिखाई थी। इसके साथ ही सड़क किनारे व मध्य पट्टी में पेड़-पौधे लगाने की योजना का शुभारंभ भी किया था।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।