Delhi University: वीर सावरकर कॉलेज में रोशनपुरा गांव के छात्रों के लिए विशेष आरक्षण, बेटियों को मिलेगा फायदा
दिल्ली विश्वविद्यालय रोशनपुरा गांव के छात्रों के सम्मान में वीर सावरकर कॉलेज में हर पाठ्यक्रम में दो सीटें आरक्षित करेगा जिसमें एक सीट लड़की के लिए हो ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय में नए बन रहे वीर सावरकर कॉलेज की स्थापना के लिए भूमि दान करने वाले गांव रोशनपुरा के प्रति सम्मान प्रकट करते हुए एक सराहनीय निर्णय लिया गया है।
विश्वविद्यालय ने प्रत्येक पाठ्यक्रम में रोशनपुरा गांव के छात्रों के लिए दो सीट आरक्षित करने की घोषणा की है, जिसमें विशेष रूप से एक सीट छात्राओं के लिए सुरक्षित रहेगी ताकि लैंगिक समावेशन को बढ़ावा दिया जा सके।
140 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होगा कॉलेज
पश्चिम परिसर से मात्र पांच मिनट की दूरी पर स्थित वीर सावरकर कॉलेज लगभग 140 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है। इसका निर्मित क्षेत्रफल 18,816.56 वर्ग मीटर होगा।
हर पाठ्यक्रम में आरक्षित होंगी दो सीट
दिल्ली विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने कहा कि जो प्रस्ताव तैयार किया गया है। उसमें सकारात्मक पहल करते हुए जिन लोगों ने कॉलेज के लिए भूमि दान की है, उनके बच्चों के लिए हर पाठ्यक्रम में दो सीटें आरक्षित रहेंगी, जिनमें से एक सीट छात्रा के लिए होगी।
ये होंगी सुविधाएं
कॉलेज में कुल 24 कक्षाएं, आठ ट्यूटोरियल कक्ष, 40 संकाय कक्ष, विभागीय पुस्तकालय, सम्मेलन कक्ष और एक कैंटीन की व्यवस्था होगी। कॉलेज में प्रोफेशनल कोर्स पढ़ाए जाएंगे।
दिल्ली विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने कहा, कोशिश की जा रही है कि इसी सत्र से कॉलेज शुरू हो जाए। फिलहाल शिक्षकों की वैकेंसी अभी आई नहीं है। शिक्षकों के पद स्वीकृत होते ही कॉलेज शुरू कर दिया जाएगा।
शुरुआत में दूसरे स्थान पर लगेंगी कक्षाएं
कक्षाएं शुरुआत में दूसरे स्थान पर लगा दी जाएंगी। शुरुआत में वीर सावरकर कॉलेज में दो चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम – बीएससी कंप्यूटर साइंस और बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए) शुरू किए जा रहे हैं।
प्रत्येक कोर्स में कुल 60 सीटें होंगी, जिनमें से दो सीटें रोशनपुरा गांव के छात्रों के लिए आरक्षित होंगी। बाद में कॉलेज में जो पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे, उनमें भी आरक्षण जारी रहेगा।
डीयू तीन दशक में ले रहा पहला बड़ा विस्तार
दिल्ली विश्वविद्यालय के लिए यह निर्णय तीन दशकों में पहला बड़ा विस्तार माना जा रहा है। वीर सावरकर कॉलेज, विश्वविद्यालय की उस बड़ी योजना का हिस्सा है, जिसके तहत राजधानी में उच्च शिक्षा की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार किया जा रहा है।
इसके तहत सूरजमल विहार में पूर्वी परिसर और द्वारका सेक्टर-22 में पश्चिमी परिसर का भी निर्माण कार्य जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन जनवरी 2025 को इन नए परिसरों की आधारशिला रखी थी।
नई पहल और इंफ्रास्ट्रक्चर के विस्तार के साथ, दिल्ली विश्वविद्यालय का उद्देश्य मौजूदा संस्थानों पर दबाव को कम करना और राजधानी भर में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की बेहतर पहुंच सुनिश्चित करना है।

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