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    Delhi Metro के गोल्डन लाइन कॉरिडोर को लेकर बड़ा अपडेट, ऐसे निकलेगा भूमि अधिग्रहण का रास्ता

    Updated: Thu, 20 Mar 2025 12:45 PM (IST)

    खानपुर में मेट्रो के लिए होने वाले भूमि अधिग्रहण को लेकर 21 मार्च को पहली जनसुनवाई होगी। सेक्शन-19 के तहत लोगों की आपत्तियां दर्ज की जाएंगी। आपत्तियों ...और पढ़ें

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    मेट्रो के गोल्डन लाइन कॉरिडोर पर बचे हुए हिस्से का काम जून में शुरू होने की संभावना। जागरण फोटो

    मुहम्मद रईस, दक्षिणी दिल्ली। दिल्ली में एरो सिटी से तुगलकाबाद मेट्रो के गोल्डन लाइन कॉरिडोर पर खानपुर के बचे हुए 250 मीटर के हिस्से का भी काम जून में शुरू होने की संभावना है। दक्षिणी जिले के एलएसी (लैंड एक्विजिशन कलेक्टर) की ओर से सेक्शन-19 के तहत अवार्ड से पूर्व 21 मार्च को पहली जनसुनवाई होगी। लोगों की आपत्तियां दर्ज की जाएंगी।

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    वहीं, मई में दूसरी जनसुनवाई के बाद जून में अवार्ड किया जाएगा। इसके बाद भूमि अधिग्रहण कर डीएमआरसी को हस्तांतरण किया जाएगा और इस हिस्से पर भी मेट्रो का काम शुरू हो जाएगा।

    अंडरग्राउंड चल रहा है काम 

    दरअसल, एरो सिटी से तुगलकाबाद तक मेट्रो के गोल्डन लाइन का काम चल रहा है। साकेत जी ब्लाक से लेकर हमदर्द टी प्वाइंट तक एलिवेटेड लाइन और इसके आगे अंडरग्राउंड काम चल रहा है। खानपुर रेड लाइट से आगे करीब ढाई किलोमीटर तक एलिवेटेड मेट्रो लाइन के साथ फ्लाईओवर का भी काम हो रहा है। इसी बीच वाले हिस्से में खानपुर मार्केट के 250 मीटर की दूरी में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है।

    खानपुर में होगी पहली जनसुनवाई

    दक्षिणी जिला एडीएम कार्यालय के मुताबिक, भूमि अधिग्रहण अधिनियम-2013 के तहत ही खानपुर में जमीन अधिग्रहण करने की प्रक्रिया चल रही है। अधिनियम के प्रविधानों के तहत अधिग्रहण के लिए कुछ समय देना अनिवार्य होता है। अवार्ड की प्रक्रिया से पहले सेक्शन-19 के तहत 21 मार्च को खानपुर में पहली जनसुनवाई होगी। एलएसी मौके पर लोगों की आपत्तियां दर्ज करेंगे।

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    आपत्तियों का निपटारा करते हुए अप्रैल के अंत में या मई के पहले सप्ताह में दूसरी जनसुनवाई होगी। आपत्तियां दर्ज कराने के लिए लोगों के पास एक और मौका होगा। इनका निराकरण करते हुए जून में अवार्ड किया जाएगा। अवार्ड के बाद दिल्ली सरकार के भूमि एवं भवन विभाग को जमीन हैंडओवर कर दी जाएगी। इसके बाद भूमि एवं भवन विभाग जमीन खाली करते हुए इसे डीएमआरसी को सौंप देगा।

    इस हिस्से का काम पूरा करने का दावा

    जमीन एलएसी कर्मियों के साथ ही, संबंधित क्षेत्र के तहसीलदार, पटवारी, स्थानीय पुलिस और डीएमआरसी प्रतिनिधियों की मौजूदगी में खाली कराई जाएगी और मौके पर ही डीएमआरसी को सौंपी जाएगी। साकेत जी-ब्लॉक से लेकर पुल प्रह्लादपुर तक करीब 8.6 किमी में मेट्रो का काम दिसंबर 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित है। इसी अवधि में खानपुर के इस हिस्से का भी काम पूरा करने का दावा किया जा रहा है।

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    जानिए क्या होता है अवार्ड

    भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया में 'अवार्ड' का मतलब है भूमि अधिग्रहण अधिकारी द्वारा जारी किया गया एक निर्णय, जिसमें भूमि के अधिग्रहण के लिए तय किए गए मुआवजे और अन्य संबंधित शर्तों का उल्लेख होता है।

    सब कुछ समय से चल रहा है। मेट्रो के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया प्राथमिकता पर है। सेक्शन-19 के तहत अवार्ड से पहले लोगों की आपत्तियां सुनी जाएंगी। इस मामले में 21 मार्च को पहली सुनवाई होगी, वहीं दूसरी सुनवाई अप्रैल के अंत में या मई के शुरू में होगी। इसके बाद जून में अवार्ड कर दिया जाएगा। - राहुल सैनी, एडीएम, दक्षिणी जिला