दिल्ली में नई आबकारी नीति लागू होने से 16 नवम्बर से कई दुकानों पर लग जाएगा ताला, पढ़िए पूरी खबर
दिल्ली में 80 फीसद दुकानों पर इस समय शराब की कमी हो गई है। ऐसे में सुरा प्रेमियों की बेचैनी बढ़ रही है। शराब के शौकीन लोग जब दुकान पर पहुंच रहे हैं तो कहीं बोर्ड लगा दिख जा रहा है कि शराब नहीं है केवल बीयर मिलेगी।

नई दिल्ली [वीके शुक्ला]। दिल्ली में 80 फीसद दुकानों पर इस समय शराब की कमी हो गई है। ऐसे में सुरा प्रेमियों की बेचैनी बढ़ रही है। शराब के शौकीन लोग जब दुकान पर पहुंच रहे हैं तो कहीं बोर्ड लगा दिख जा रहा है कि शराब नहीं है, केवल बीयर मिलेगी। वहीं, कहीं दुकान में सभी ब्रांड उपलब्ध नहीं हैं। ब्रांड न होने से दुकान के काउंटर पर खडे़ कर्मचारी और सुरा प्रेमियों के बीच बहस तक हो जा रही है।
दुकानों के प्रबंधकों का कहना कि उन्होंने शराब मंगाने के लिए कंपनियों से संपर्क किया है, लेकिन कंपनियों ने माल देना बंद कर दिया है, क्योंकि जो माल आया है उन्हें 16 नवंबर तक ही बेचा जाना है। नई आबकारी नीति लागू कर चुके आबकारी विभाग ने वर्तमान में चल रहीं शराब की सभी निजी दुकानों को एक अक्टूबर से सदा के लिए बंद कर दिया था। इस आदेश के तहत एक अक्टूबर से 260 दुकानें बंद हो गई। फिलहाल दिल्ली में शराब की केवल 372 दुकानें हैं। ये दुकानें भी दिल्ली सरकार के अधीन चार निगमों द्वारा चलाई जा रही हैं।
ये दुकानें भी 16 नवंबर तक ही चलेंगी। इसके बाद नई शराब नीति लागू हो जाएगी और उसी नीति के तहत शराब आएगी।दुकानों के प्रबंधकों का कहना है कि तीन नवंबर के बाद शराब की आपूर्ति नहीं हुई है। कंपनियों ने कहा है कि उनके गोदाम में शराब नहीं है, क्योंकि 17 नवंबर से दिल्ली में शराब की सरकारी दुकानें बंद हो जाएंगी। सरकार शराब की ब्रिकी के काम से अपने को अलग कर लेगी। शराब बिक्री का काम पूरी तरह से निजी हाथों में होगा जिसके लिए टेंडर का काम पूरा हो गया है और कंपनियों को काम मिल चुका है।
बता दें कि एक अक्टूबर से शराब की 260 दुकानें बंद किए जाने के समय ही दिल्ली सरकार ने आबकारी विभाग को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि दिल्ली में 16 नवंबर तक शराब की कमी नहीं होनी चाहिए और दुकानों पर सभी ब्रांड मिलने चाहिए। इसे लेकर आबकारी विभाग आदेश भी जारी कर चुका है, लेकिन ऐसा हो नहीं पा रहा है। दुकानों पर काम कर रहे कर्मचारियों का कहना है कि अभी 16 नवंबर तक यही हाल रहने वाला है।
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