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    सरकारी स्कूलों में बनेगी स्कूल इनोवेशन काउंसिल, बच्चों को मिलेंगे कई बड़े फायदे

    Updated: Tue, 23 Sep 2025 06:55 PM (IST)

    दिल्ली सरकार ने सरकारी स्कूलों में उद्यमिता और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए स्कूल इनोवेशन काउंसिल (SIC) स्थापित करने का निर्णय लिया है। 2025-26 सत्र से कक्षा 8 से 12 तक के छात्रों के लिए SIC का गठन किया जाएगा। यह NEEV योजना से जुड़ा है जो छात्रों को उद्यमिता के लिए प्रेरित करेगा। छात्रों को उद्योग स्टार्टअप और वास्तविक जीवन से जोड़ा जाएगा और व्यावहारिक प्रशिक्षण मिलेगा।

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    सरकारी स्कूलों में गठित होगी स्कूल इनोवेशन काउंसिल, नीव योजना से सिखाई जाएगी उद्यमिता। फाइल फोटो

    रितिका मिश्रा, नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने राजधानी के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को उद्यमिता और नवाचार के लिए प्रेरित करने हेतु एक नया कदम उठाया है। शैक्षणिक वर्ष 2025-26 से, सभी स्कूल कक्षा 8 से 12 तक के छात्रों के लिए स्कूल इनोवेशन काउंसिल (SIC) स्थापित करेंगे।

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    यह काउंसिल नव-क्रियान्वित NEEV (उद्यमी पारिस्थितिकी तंत्र और दृष्टि का नया युग) योजना से सीधे जुड़ी होगी, जिसका उद्देश्य छात्रों को उद्यमिता और नवाचार के लिए प्रेरित करना है।

    निदेशालय के अनुसार, प्रत्येक सरकारी स्कूल को अगले 10 दिनों के भीतर एक स्कूल इनोवेशन काउंसिल (SIC) स्थापित करने का निर्देश दिया गया है। इसकी अध्यक्षता स्कूल के प्रधानाचार्य करेंगे। काउंसिल की भूमिका छात्रों के रचनात्मक विचारों, नवाचारों और परियोजनाओं को बढ़ावा देना और उन्हें मार्गदर्शन के लिए एक मंच प्रदान करना होगा।

    छात्रों को मिलेगा व्यावहारिक अनुभव 

    NEEV योजना का उद्देश्य छात्रों को किताबों तक सीमित रखने के बजाय उन्हें उद्योग, स्टार्टअप और वास्तविक जीवन से जोड़ना है। इस पहल के तहत, आठवीं से बारहवीं कक्षा के छात्रों को सप्ताह में एक दिन विशेष कक्षाएं मिलेंगी, जिनमें डिजिटल साक्षरता, वित्तीय प्रबंधन, डिज़ाइन थिंकिंग, मार्केटिंग और उद्यमिता जैसे विषयों पर व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जाएगा।

    इसके अलावा, परिषद छात्रों को स्टार्टअप प्रतियोगिताओं, उद्योग भ्रमण, विशेषज्ञ कार्यशालाओं और नीव संवाद सत्रों से जोड़ेगी।

    इसके अलावा, छात्रों के लिए स्टार्टअप स्टार्टअपर्स नामक एक विशेष प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। चयनित टीमों को अपने विचारों को स्टार्टअप में बदलने के लिए मार्गदर्शन और वित्तीय सहायता मिलेगी। छात्र परिषद की देखरेख में अपने प्रोटोटाइप तैयार और प्रस्तुत कर सकेंगे।

    शिक्षकों ने कहा कि यह योजना न केवल नई पीढ़ी को रोजगार के योग्य बनाएगी, बल्कि उन्हें भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए भी तैयार करेगी। स्कूल इनोवेशन काउंसिल छात्रों को स्टार्टअप इकोसिस्टम से जोड़ेगी, जिससे उनमें आत्मविश्वास और नेतृत्व कौशल का विकास होगा।