नगर निगम स्कूलों की हालत बदहाल, पाना उद्यान बाल विद्यालय को भेजा गया कारण बताओ नोटिस
नगर निगम शिक्षा समिति ने स्कूलों का औचक निरीक्षण किया जिसमें सफाई और बुनियादी सुविधाओं की कमियां उजागर हुईं। पाना उद्यान बाल विद्यालय की हालत खराब मिलने पर प्राचार्य को नोटिस जारी किया गया। डिप्टी चेयरमैन अमित खरखड़ी ने लापरवाही पर नाराजगी जताई और कार्रवाई की चेतावनी दी। उन्होंने स्कूलों को साफ और सुरक्षित रखने की अपील की।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। नगर निगम शिक्षा समिति ने सोमवार को औचक निरीक्षण में स्कूलों की साफ-सफाई और मूलभूत सुविधाओं की पोल खोल दी। पाना उद्यान बाल विद्यालय की दुर्दशा सामने आने पर डिप्टी चेयरमैन अमित खरखड़ी के निर्देश पर शिक्षा विभाग ने प्राचार्य को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
नोटिस में साफ कहा गया है कि विद्यालय की स्थिति असंतोषजनक पाई गई है, शौचालयों छात्रों के उपयोग योग्य नहीं मिले और पानी की टंकी गंदी पाई गई। शिक्षा विभाग ने प्राचार्य से दो दिन के भीतर सुधारात्मक कदम उठाकर फोटोग्राफिक साक्ष्य सहित अनुपालन रिपोर्ट देने को कहा है।
नगर निगम शिक्षा समिति के डिप्टी चेयरमैन अमित खरखड़ी ने नरेला जोन और शाहदरा ज़ोन के विभिन्न विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। इस निरीक्षण का उद्देश्य शिक्षा व्यवस्था, स्वच्छ वातावरण, सुरक्षा प्रबंधन और मूलभूत सुविधाओं का जायजा लेना था।
नरेला ज़ोन में उन्होंने बांकनेर कन्या विद्यालय, बांकनेर बाल विद्यालय, लामपुर विद्यालय और पाना उद्यान बाल विद्यालय का दौरा किया। वहीं शाहदरा जोन में राजीव नगर कन्या विद्यालय, गामडी प्रतिभा विद्यालय और घड़ी मांडू विद्यालय का निरीक्षण किया।
गामडी प्रतिभा विद्यालय और घड़ी मांडू विद्यालय में निरीक्षण के दौरान भजनपुरा वार्ड की भाजपा पार्षद रेखा रानी भी मौजूद रहीं और उन्होंने विद्यालयों की व्यवस्थाओं पर अपने सुझाव साझा किए। निरीक्षण के दौरान शौचालयों की गंदगी, पेयजल आपूर्ति की अव्यवस्था, बच्चों के बैठने की उचित सुविधा की कमी और भवन रख-रखाव से जुड़ी गंभीर लापरवाहियां पाई गई।
इन हालातों पर नाराज़गी जताते हुए डिप्टी चेयरमैन ने कहा कि बच्चों को स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराना निगम की जिम्मेदारी है। उन्होंने चेतावनी दी कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी।
अमित खरखड़ी ने कहा कि निगम विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चे देश का भविष्य हैं। उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, साफ वातावरण और सभी मूलभूत सुविधाएं मिलना उनका अधिकार है। शिक्षा समिति लगातार स्कूलों की स्थिति पर नजर रखेगी और इस तरह के औचक निरीक्षण भविष्य में भी जारी रहेंगे ताकि ढिलाई समय रहते दूर की जा सके।
डिप्टी चेयरमैन ने प्राचार्यों और शिक्षकों से अपील की कि वे केवल पढ़ाई पर ही नहीं बल्कि बच्चों के सर्वांगीण विकास और स्कूलों को साफ-सुथरा, सुरक्षित तथा अनुशासित बनाए रखने में सक्रिय भूमिका निभाएं।
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