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    Delhi Crime: मसाला व्यापारी के गोदाम में 14 लाख की डकैती, क्राइम ब्रांच का खुलासा, तीन बदमाश गिरफ्तार

    Updated: Tue, 16 Sep 2025 08:22 PM (IST)

    दिल्ली के आनंद विहार में एक पान मसाला व्यापारी के गोदाम में हुई 14 लाख की डकैती के मामले में क्राइम ब्रांच ने तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है। बदमाशों ने आठ महीने पहले गोदाम में नकदी की सूचना मिलने पर डकैती की योजना बनाई थी। पुलिस ने आरोपियों से हथियार और डकैती में इस्तेमाल कार बरामद की है।

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    व्यापारी के गोदाम में हुई 14 लाख की डकैती के मामले में क्राइम ब्रांच ने तीन बदमाश गिरफ्तार। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। आनंद विहार थाना क्षेत्र की ऋषभ विहार सोसाइटी में पान मसाला व्यापारी के गोदाम में दिनदहाड़े हुई 14 लाख रुपये की डकैती में शामिल तीन बदमाशों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है।

    घटना से आठ महीने पहले बदमाशों को पान मसाला व्यापारी के गोदाम में भारी मात्रा में नकदी होने की सूचना मिली थी। जिसके बाद बदमाशों ने साजिश रचकर वारदात को अंजाम दिया।

    उनकी निशानदेही पर पुलिस ने एक बेरेटा पिस्टल, दो देसी तमंचे, 17 कारतूस और डकैती में इस्तेमाल की गई कार बरामद की है।

    डीसीपी संजीव कुमार यादव के अनुसार, गिरफ्तार बदमाशों के नाम दीपक शर्मा, मोमिन और आमिर सुहैल हैं। दीपक पहले दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में दर्ज हत्या, सशस्त्र डकैती, आर्म्स एक्ट समेत सात आपराधिक मामलों में शामिल पाया गया है। वह गुरुग्राम में मोबाइल की दुकान चलाता है।

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    मोमिन पहले हत्या, आर्म्स एक्ट और डकैती समेत दो मामलों में शामिल पाया गया है। वह सरूरपुर थाने में दर्ज एक हत्या के मामले में दोषी पाया गया था, जिसमें वह 12 साल जेल में रहा था। जेल से रिहा होने के बाद, वह राशिद के गिरोह में शामिल हो गया और गिरोह को हथियार व गोला-बारूद सप्लाई करने लगा।

    आमिर सुहैल गुरुग्राम में घरेलू सामान की दुकान चलाता है। एसीपी संजय कुमार नागपाल और इंस्पेक्टर अरुण सिंधु के नेतृत्व में पुलिस टीम ने घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज की जाँच के दौरान, घटनास्थल पर एक ऑल्टो कार में पाँच लोगों को देखा। यह नंबर फर्जी निकला। लेकिन तकनीकी और पूछताछ के ज़रिए, एसआई मनोज को राशिद गिरोह के बारे में सुराग मिले, जिसने गिरोह के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया था।

    कड़ी मशक्कत के बाद, टीम ने गिरोह के दो सदस्यों, आमिर सुहैल और दीपक शर्मा को बागपत के पाँची गाँव से गिरफ्तार कर लिया। दोनों बागपत के पाँची गाँव के ही रहने वाले हैं। उनकी निशानदेही पर, उनके गिरोह के एक अन्य सदस्य मोमिन को खजूरी चौक से गिरफ्तार किया गया।

    मोमिन के कब्जे से एक पिस्तौल और तीन कारतूस बरामद किए गए। अमिल सुहैल की निशानदेही पर एक पिस्तौल और चार कारतूस और दीपक शर्मा की निशानदेही पर एक अत्याधुनिक बेरेटा पिस्तौल और 10 कारतूस बरामद किए गए।

    पूछताछ में दीपक शर्मा ने बताया कि आठ महीने पहले उसे आनंद विहार स्थित ऋषभ विहार सोसायटी में एक पान मसाला व्यापारी के गोदाम में भारी मात्रा में नकदी होने की सूचना मिली थी। उसने यह जानकारी अपने गिरोह के सरगना राशिद को दी, लेकिन राशिद ने उस समय वारदात को अंजाम देने से इनकार कर दिया। अगस्त में उसने राशिद को वारदात के लिए राजी कर लिया।

    इसके बाद राशिद ने अपने साथी आमिर सुहैल, राहुल, समीर उर्फ ​​गंजा, दीपक के साथ मिलकर लूट की योजना बनाई। आमिर सुहैल को गाड़ी का इंतजाम करने और अन्य साथियों को लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए असलहे साथ रखने के निर्देश दिए गए थे।

    31 अगस्त को योजना के मुताबिक सभी मोहन नगर स्थित अर्थला पीर के पास इकट्ठा हुए और आमिर सुहैल द्वारा लाई गई कार में घटनास्थल के लिए रवाना हुए। लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद वे बागपत के खेकड़ा स्थित दीपक के कमरे पर पहुंचे और लूट की रकम आपस में बांट ली।

    राशिद ने सभी को निर्देश दिया कि घटना के समय अपने मोबाइल फोन अपने पास न रखें क्योंकि पुलिस मोबाइल फोन की मदद से उन्हें ट्रैक कर सकती है। घटना के बाद, उन्होंने खुर्जा निवासी राहुल की सूचना पर अलीगढ़ में एक और डकैती की योजना बनाई।

    राहुल को अलीगढ़ निवासी तौसीफ के ज़रिए सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति मोटरसाइकिल पर 80-90 लाख रुपये का हवाला धन लेकर आ रहा है। इसी उद्देश्य से उन्होंने 5 सितंबर को अलीगढ़ में रेकी की थी।