दिल्ली की सड़कें होंगी चकाचक, PWD को मिला सैकड़ों करोड़ का बजट
लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को दिल्ली में 140 से अधिक सड़कों और फ्लाईओवरों के सौंदर्यीकरण और सुदृढ़ीकरण के लिए केंद्र सरकार द्वारा 803.39 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं। इस योजना में सड़कों का सुदृढ़ीकरण चौड़ीकरण और नए कॉरिडोर का निर्माण शामिल है। सड़कों के निर्माण में कोल्ड मिलिंग और रीसाइक्लिंग तकनीक का उपयोग किया जाएगा।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने केंद्रीय सड़क एवं अवसंरचना कोष (सीआरआईएफ) के तहत सड़कों के सौंदर्यीकरण और सुदृढ़ीकरण के लिए एक व्यापक योजना की घोषणा की है।
केंद्र सरकार ने दिल्ली में 140 से अधिक सड़कों और फ्लाईओवरों के सौंदर्यीकरण और सुदृढ़ीकरण के लिए सीआरआईएफ योजना के तहत पीडब्ल्यूडी को कुल 803.39 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं।
इस योजना में सड़कों का सुदृढ़ीकरण, पुनरुद्धार, चौड़ीकरण, नए कॉरिडोर का निर्माण और फ्लाईओवरों का विकास शामिल है।
इसकी जानकारी देते हुए दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस योजना में दिल्ली के हर जिले को शामिल किया जाएगा। सड़कों के निर्माण में कोल्ड मिलिंग और रीसाइक्लिंग तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। इससे सड़कों की लाइफ बढ़ेगी।
सीआरआईएफ के तहत स्वीकृत प्रमुख परियोजनाएं
उत्तर-पूर्वी दिल्ली
- आईएसबीटी कश्मीरी गेट से वज़ीराबाद रोड तक उन्नयन
- लोनी चक्कर से दिल्ली सीमा तक सड़क का सुधार
शाहदरा जिला
- विवेक विहार-जीटी रोड कनेक्टर का सुदृढ़ीकरण
- शाहदरा अस्पताल रोड और सहायक सड़कों का विकास
पूर्वी दिल्ली
- विकास मार्ग का पुनर्वास
- कोंडली ब्रिज कॉरिडोर की कोल्ड मिलिंग और रीसाइक्लिंग
- नोएडा लिंक रोड का चौड़ीकरण और बाईपास का विकास
मध्य और नई दिल्ली
- आईटीओ रोड का उन्नयन
- आईपी कॉलेज और मॉल रोड के आसपास सड़क का सुदृढ़ीकरण
- रोहतक रोड (मिलिट्री रोड-झांसी रोड) पर फ्लाईओवर परियोजना
दक्षिणी और दक्षिण-पूर्वी दिल्ली
- अली विहार से सरिता विहार गाँव तक नई सड़क का निर्माण
- प्रेस एन्क्लेव रोड का सुदृढ़ीकरण
- सुधार निज़ामुद्दीन-कालकाजी रोड
पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम दिल्ली
- आउटर रिंग रोड (विकास पुरी-नजफगढ़ ड्रेन) का सुदृढ़ीकरण और फ्लाईओवर निर्माण
- अशोका रोड से लक्ष्मी विहार एक्सटेंशन कॉरिडोर
- द्वारका एप्रोच रोड का पुनर्निर्माण
- राजौरी गार्डन-टैगोर गार्डन रोड पर एलिवेटेड फ्लाईओवर का निर्माण
लोक निर्माण मंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा
सड़कें किसी भी आधुनिक शहर की धमनियाँ होती हैं, और इन महत्वपूर्ण मार्गों को मज़बूत करके, हम करोड़ों दैनिक यात्रियों के लिए सुरक्षा, गति और स्थिरता सुनिश्चित कर रहे हैं। यह परियोजना केवल सड़क मरम्मत तक सीमित नहीं है, बल्कि यह विश्वस्तरीय शहरी बुनियादी ढाँचा बनाने का एक प्रयास है, जो प्रत्येक दिल्लीवासी की आकांक्षाओं को पूरा करेगा।
लोक निर्माण विभाग ने कड़ी निगरानी, समय सीमा का पालन और पारदर्शिता सुनिश्चित करने का संकल्प लिया है। निर्माण कार्य के दौरान यातायात में न्यूनतम व्यवधान उत्पन्न करने के लिए भी सभी प्रयास किए जाएँगे। यह सीआरआईएफ कार्यक्रम हाल के वर्षों में दिल्ली की सड़कों के आधुनिकीकरण की दिशा में सबसे बड़ा समन्वित प्रयास है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।