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    दिल्ली में जानलेवा सड़क हादसे पुलिस बेबस, मौतें बढ़ीं

    Updated: Thu, 03 Jul 2025 07:00 PM (IST)

    दिल्ली में सड़क हादसे लगातार बढ़ रहे हैं। इस साल जनवरी से जून तक 665 सड़क हादसों में 688 लोगों की जान गई है। हिट एंड रन के मामलों में 288 लोगों की मौत हुई है और पुलिस अज्ञात वाहनों का पता लगाने में विफल रही है। ई-रिक्शा से होने वाले हादसे भी बढ़े हैं। DTC बसों से होने वाले हादसों में कमी आई है।

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    राजधानी में हर माह हिट एंड रन में हुई 47 लोगों की मौत।

    राकेश कुमार सिंह, नई दिल्ली। राजधानी में हर वर्ष रफ्तार के कहर में सैकड़ों लोगों की जान चली जाती है। हादसों पर अंकुश लगाने के लिए न तो सरकार और न ही दिल्ली पुलिस के पास कोई योजना है। सड़कों पर हर जगह पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे न लगे होने के कारण दिल्ली पुलिस अज्ञात वाहनों का पता नहीं लगा पाती है।

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    सबसे अध‍िक श‍िकार दोपहिया वाहन चालक और पैदल राहगीर

    हिट एंड रन के सबसे अधिक शिकार दोपहिया वाहन चालक और पैदल राहगीर हो रहे हैं। दिल्ली पुलिस के आंकड़ों को देखें तो इस साल हर माह हिट एंड रन में 47 से अधिक लोगों की सड़क हादसे में मौत हो गई। एक जनवरी से 30 जून तक छह माह में हिट एंड रन के 283 मामलों में 288 लोगों की मौत हो गई।

    इन हादसों के लिए जिम्मेदार अज्ञात वाहनों का पुलिस अब तक पता नहीं लगा पाई है। सड़क हादसे के कुल आंकड़ों को देखें तो पिछले छह माह के दौरान 665 सड़क हादसे में 688 लोगों की मौत हुई है।

    छह माह में 104 लोगों की मौत 

    दूसरे नंबर पर कारों की टक्कर से भी छह माह में 104 लोगों की मौत हो गई। आंकड़े को देखे तो कारों से होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में इस साल कमी आइ है। पिछले साल छह माह में कारों की टक्कर से 139 दोपहिया वाहन चालकों व पैदल यात्रियों की मौत हुई थी।

    बेतहाशा बढ़ रही ई रिक्शा की संख्या

    राजधानी में बेतहाशा बढ़ रही ई रिक्शा की संख्या भी लोगों के लिए मुसीबत साबित होने लगा है। इस साल छह माह में ई रिक्शा की टक्कर से 17 लोगों की जान चली गई। इस अवधि में पिछले साल ई रिक्शा की टक्कर से 11 लोगों की मौत हुई थी। डीटीसी बसों से होने वाले हादसे में इस साल कमी आइ है।

    पिछले साल छह माह में डीटीसी बसों से होने वाले 17 सड़क हादसे में 18 लोगों की जान चली गई थी। इस साल डीटीसी बसों से होने वाले पांच सड़क हादसे में पांच लोगों की जान गई है। सामान लदे ट्रक व अन्य भारी वाहनों से होने वाले 73 हादसे में इस साल 76 लोगों की जान चली गई।

    पिछले साल छह माह में भारी वाहनों से होने वाले 86 हादसे में 88 लोगों की जान चली गई थी। स्कूटी व बाइक से होने वाले हादसे में इस साल 99 लोगों की मौत हो गई। पिछले साल स्कूटी व बाइक से होने वाले हादसे में 95 लोगों की जान चली गई थी।

    2024 के छह माह के आंकड़े

    वाहन हादसे मरने वालों की संख्या
    डीटीसी बस 18 17
    आरटीवी मिनी बस 1 1
    अन्य बस 10 10
    अन्य राज्यों की बस 0 0
    स्कूल बस 1 1
    कार 136 139
    क्लस्टर बस 6 6
    क्रेन 6 6
    डिलीवरी वैन 4 4
    ई रिक्शा 11 11

    ग्रामीण सेवा

    1 1

    भारी वाहन

    86 88

    मिलिट्री वैन

    1 1

    पुलिस वैन

    1 1

    दोपहिया वाहन

    93 95

    टैंकर

    0 0

    टैक्सी

    2 2

    टैम्पो

    40 42

    तांगा

    1 1

    ट्रैक्टर

    9 9

    कंटेनर

    1 1

    तिपहिया

    14 14

    अज्ञात वाहन

    323 327

    2025 के छह माह के आंकड़े

    वाहन हादसे  मरने वालों की संख्या
    डीटीसी बस 5 5
    आरटीवी मिनी बस 1 1
    अन्य बस 13 14
    अन्य राज्यों की बस 1 1
    स्कूल बस 0 0
    कार 96 104
    क्लस्टर बस 6 6
    क्रेन 2 2
    डिलीवरी वैन 4 4
    ई रिक्शा 17 17
    ग्रामीण सेवा 0 0
    भारी वाहन 73 76
    मिलिट्री वैन 2 2
    पुलिस वैन 0 0
    दोपहिया वाहन 97 99
    टैंकर 4 4
    टैक्सी 5 5
    टैम्पो 34 38
    तांगा

    0

    0

    ट्रैक्‍टर

    6 6

    कंटेनर

    3 3

    तिपहिया

    13 13

    अज्ञात वाहन

    283 288