Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Dengue in Delhi: एक सप्ताह में 300 से ज्यादा डेंगू के मरीज मिले, मलेरिया और चिकनगुनिया के मामले भी बढ़े

    Updated: Tue, 24 Sep 2024 03:53 PM (IST)

    Delhi News दिल्ली में मच्छर जनित बीमारियों का प्रकोप बढ़ा है। पिछले एक सप्ताह में डेंगू के 300 से अधिक मामले सामने आए हैं। इस साल अब तक कुल मामलों की संख्या 1229 हो गई है। मलेरिया के मामले भी पिछले साल की तुलना में काफी अधिक हैं। इस महीने तक 363 मामले सामने आ चुके हैं। चिकनगुनिया के अब तक 43 मामले सामने आए हैं।

    Hero Image
    एक सप्ताह में 300 से ज्यादा डेंगू के मरीज मिले।

    पीटीआई, नई दिल्ली। दिल्ली में मच्छर जनित बीमारियों के आंकड़े बढ़ गए हैं। पिछले एक सप्ताह में डेंगू के 300 से अधिक मामले सामने आए हैं। दिल्ली में इस साल अब तक कुल मामलों की संख्या 1,229 हो गई है, क्योंकि शहर में मच्छर जनित बीमारियों में धीमी लेकिन लगातार वृद्धि हो रही है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पिछले साल की तुलना में अब तक मलेरिया के मामले काफी अधिक हैं। दिल्ली में इस महीने तक मलेरिया के 363 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 2023 में इसी महीने यह आंकड़ा 294 था।

    डेंगू और चिकनगुनिया के मामले

    पिछले साल मलेरिया के कुल मामले 426 थे। मलेरिया के सबसे अधिक मामले पश्चिमी दिल्ली क्षेत्र से सामने आए हैं। चिकनगुनिया के अब तक 43 मामले सामने आए हैं। यह पिछले साल की तुलना में लगभग दोगुने हैं, जब यह आंकड़ा 23 था। इस साल चिकनगुनिया के सबसे अधिक मामले दक्षिणी दिल्ली क्षेत्र से सामने आए हैं।

    डेंगू के आंकड़े

    वहीं, पिछले सप्ताह दिल्ली में डेंगू के लगभग 250 मामले सामने आए। जनवरी से 21 सितंबर तक दिल्ली नगर निगम के आंकड़ों के अनुसार, शहर में कुल 1,229 डेंगू के मामले सामने आए हैं, जिसमें लोक नायक अस्पताल में 54 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत दर्ज की गई है।

    इस महीने दिल्ली में डेंगू के 651 मामले सामने आए। पिछले महीने शहर में कुल 256 डेंगू के मामले सामने आए थे। अगस्त से मामलों की संख्या तीन अंकों में हो गई है, यह जानकारी दी।

    ये भी पढ़ें- Dengue Fever: डेंगू और मलेरिया से रहें सावधान, दिल्ली में अगला एक महीना है बेहद खतरनाक

    हालांकि, ये संख्या पिछले साल सामूहिक रूप से और महीने दर महीने के आधार पर दर्ज किए गए मामलों की संख्या से तुलनात्मक रूप से कम है।