दिल्ली में मानसून की तैयारियों की पोल खुली, लोक निर्माण विभाग में चौंकाने वाली शिकायतें दर्ज
दिल्ली में मानसून की तैयारियों की पोल खुल गई है। हल्की बारिश में ही सड़कें लबालब हो गईं और कई जगह जाम लग गया। लोक निर्माण विभाग के पास 75 शिकायतें दर्ज हुईं। नालों की सफाई ठीक से नहीं होने के कारण जलभराव की आशंका बनी हुई है। अधिकारी बैठकों में व्यस्त रहे और जमीनी स्तर पर काम नहीं हुआ।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। देश की राजधानी में मानसून की तैयारियों के दावे बेबुनियाद साबित हो रहे हैं, तैयारियां कागजों पर ज्यादा और जमीन पर कम दिखाई दे रही हैं। शायद यही वजह है कि मानसून से पहले मंगलवार शाम को हुई बारिश ने लोक निर्माण विभाग के दावों की पोल खोल दी।
विभाग के अधिकारी भले ही जलभराव रोकने में खुद को विफल न मान रहे हों, लेकिन सच्चाई यह है कि हल्की बारिश में ही सड़कें पानी से लबालब हो गईं। दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में जाम लग गया। पूरी दिल्ली से जलभराव की 75 शिकायतें पीडब्ल्यूडी के पास दर्ज कराई गईं।
जानकारों के मुताबिक जिस तरह से मानसून के दौरान दिल्ली में जलभराव रोकने की तैयारियां की जा रही हैं, उससे इस बार भी मानसून के दौरान दिल्ली में भीषण जलभराव की आशंका है। इसका मुख्य कारण यह है कि तमाम कोशिशों के बावजूद दिल्ली के सभी बरसाती नालों की सफाई नहीं हो पाई। जब जमीन पर काम करने की बारी आई तो काम की जगह संबंधित विभागों में बैठकें चलती रहीं, छोटे से लेकर बड़े सभी अधिकारी बैठकों में व्यस्त रहे।
विभाग के 40 फीसदी नाले भी अभी तक साफ नहीं हो पाए हैं। जलभराव वाले किसी भी प्वाइंट पर कोई काम होता नहीं दिख रहा है। मिंटो ब्रिज अंडरपास को लेकर भी विभाग आश्वस्त नहीं है कि इस बार भी यहां जलभराव बंद हो जाएगा। ऐसे में सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि तैयारी किस स्तर की है। जबकि दिल्ली की भाजपा सरकार भी लगातार अधिकारियों को चेतावनी दे रही है कि अगर जलभराव हुआ तो किसी भी अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा।
इसके बावजूद काम की गति वही पुरानी स्थिति बनी हुई है, जो दिल्ली के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं। रिंग रोड पर डब्ल्यूएचओ बिल्डिंग के सामने वाला प्वाइंट, जहां पिछले कुछ सालों से भारी जलभराव रहता है, इस बार भी मानसून में जनता की परेशानी बढ़ाने का इंतजार कर रहा है।
मानसून के दौरान जब भारी बारिश होती है तो इस इलाके में रिंग रोड और सर्विस लेन पर दो फीट तक पानी भर जाता है और दोनों तरफ भारी ट्रैफिक जाम लग जाता है।
तमाम कोशिशों के बाद भी यह समस्या हल नहीं हो पाई है। जबकि पिछले दो सालों से विकास मार्ग पर आईटीओ इलाके में भीषण जलभराव रहता है, अगर इसको लेकर तैयारियों की बात करें तो अभी आईटीओ में कई जगहों पर खुदाई चल रही है। जखीरा और किशनगंज अंडरपास का जलभराव दूर करने के लिए काम नहीं हुआ है। पुल प्रहलादपुर अंडरपास पर अब तक के सारे प्रयास विफल रहे हैं।
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