"भगवान ने चाहा तो कल केंद्र में होगी हमारी सरकार" दिल्ली विधानसभा में बोले CM केजरीवाल
Delhi Assembly Session दिल्ली के मुख्यमंत्री ने मंगलवार को दिल्ली विधानसभा सत्र के दूसरे दिन कहा कि भगवान ने चाहा तो कल केंद्र में हमारी सरकार होगी। मगर हमारे एलजी इस तरह दिल्ली की सरकार को परेशान नहीं करेंगे।

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। दिल्ली विधानसभा में उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच विवाद का मुद्दा छाया हुआ है। दिल्ली विधानसभा सत्र के दूसरे दिन सदन में एलजी के खिलाफ रखे गए निंदा प्रस्ताव की चर्चा में सीएम केजरीवाल ने भाग लिया।
भगवान ने चाहा तो केंद्र में होगी हमारी सरकार- केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को विधानसभा में कहा कि भगवान ने चाहा तो कल केंद्र में हमारी सरकार होगी। सदन में केजरीवाल ने कहा कि इस सदन में बड़े भारी मन से आज बात रख रहा हूं। किसी भी राज्य की सरकार चुनी हुई सरकार से चलनी चाहिए या एलजी साहब से चलना चाहिए, यह बहुत गंभीर मुद्दा है।
अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि मैं चाहता हूं कि भाजपा के सदस्य भी सदन में रहते। समय बहुत बलवान है एक-सा नहीं रहता है, क्या पता कल दिल्ली में हमारी सरकार न हाे, केंद्र में हमारी सरकार हाे, मगर हमारे एलजी इस तरह दिल्ली की सरकार को परेशान नहीं करेंगे।
सीएम केजरीवाल ने आगे कहा कि दिल्ली के 2 करोड़ लोगों की मुझे चिंता है, मुझे दिल्ली के हर बच्चे की पढ़ाई की चिंता है। मैंने जैसे अपने बच्चों को पढ़ाई कराई है, उसी तरह दिल्ली के बच्चों की पढ़ाई की चिंता की है।
LG साहब ने रोक दी फाइल- सीएम
सीएम ने कहा कि मैं दिल्ली का मुख्यमंत्री हूं। मेरे शिक्षा मंत्री ने 30 शिक्षकों काे प्रशिक्षण के लिए फिनलैंड भेजने का फैसला लिया। मैंने अनुमति दे दी, बात पूरी हुई, मगर एलजी साहब ने फाइल रोक दी। वह भी एक बार नहीं, दो बार रोक दिया, जिससे साफ हाेता है जानबूझकर फाइल को रोका गया है।
उन्होंने उपराज्यपाल के खिलाफ निंदा प्रस्ताव की चर्चा में कहा कि एलजी साहेब कह रहे हैं कि देश में शिक्षकों को प्रशिक्षण दिलवा लो। मैं कहता हूं कि एलजी कौन होते हैं रोकने वाले। जनता के टैक्स का पैसा, जनता के बच्चों के लिए बेहतर पढ़ाई कराने के लिए, शिक्षकों के प्रशिक्षण पर खर्च हो रहा है।
बीच में एलजी आ गए। ये कौन हैं एलजी और कहां से बीच में आ गए, जबकि सुप्रीम कोर्ट ने 4 जुलाई 2018 को दिए गए आदेश में साफ कहा है कि एलजी को फैसला लेने के लिए अधिकार नहीं है। मैं चार दिन पहले एलजी साहब से मिलने गया था तो मैंने उन्हें यह आदेश पढ़कर सुनाया तो एलजी साहब ने कहा कि यह सुप्रीम कोर्ट की राय हो सकती है।
केजरीवाल ने आगे कहा कि मैं इससे और ज्यादा कुछ नहीं कह सकता हूं। मैंने एलजी साहब से पूछा कि आप कौन हैं, मुझे तो जनता ने चुन कर भेजा है, तो एलजी साहब बोले कि मुझे राष्ट्रपति ने भेजा है।
पढ़ाई में मैं टॉपर रहा हूं- CM केजरीवाल
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं पढ़ाई में टॉपर रहा हूं। कभी मेरे टीचर ने ऐसे मेरा काम चेक नहीं किया, जैसे एलजी साहेब कर रहे हैं। एलजी साहेब ने गलत तरीके से नगर निगम के लिए 10 एल्डरमैन बना दिए हैं।
यह भी पढ़ें- Delhi Assembly Session: काले कपड़े पहनकर विधानसभा पहुंचे BJP विधायक, CM केजरीवाल से की इस्तीफे की मांग
एलजी साहब आजकल मुख्य सचिव को आदेश भेज रहे हैं कि इसे चेयरमैन बना दो। उसे एल्डरमैन बना दो। दिल्ली में ये हो क्या रहा है? इन्होंने योग कक्षाएं बंद करा दीं, मोहल्ला क्लीनिक, जल बोर्ड का भुगतान और मार्शल का भुगतान रुकवा दिया। एलजी साहब ने कहा है कि निगम में भाजपा की 20 सीटें भी नहीं आ रही थीं, मेरी वजह से 104 सीटें आई थीं।
केजरीवाल ने कहा कि ये एलजी साहब आम आदमी पार्टी को बदनाम करने आए हैं। हम आंदोलन से निकले लोग हैं। हम देश की आजादी को व्यर्थ नहीं जाने देंगे। हमें कुछ भी कुर्बानी देनी पड़ी तो हम उससे पीछे नहीं हटेंगे।केजरीवाल ने एलजी साहब के खिलाफ सदन में रखे गए प्रस्ताव का समर्थन किया।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।