दिल्ली के चार पुलिकर्मियों को मरणोपरांत मिला 'आहत वीर सम्मान', इस पुलिस थाने को स्वच्छता अपनाने के लिए मिला इनाम
दिल्ली पुलिस ने 17वीं बार गणतंत्र दिवस परेड में सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग टुकड़ी का खिताब जीता। उपराज्यपाल ने कमिश्नरेट दिवस समारोह में पुलिस की कार्यकुशलता की सराहना की। पिछले एक साल में पुलिस ने साइबर अपराध और नशीली दवाओं के खिलाफ बेहतर काम किया है। पुलिस आयुक्त ने बताया कि नए कानूनों के तहत 2.5 लाख से अधिक एफआइआर दर्ज की गई हैं और अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई की गई है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली: उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कहा कि दिल्ली पुलिस दो करोड़ से अधिक लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालती है।
राष्ट्रीय राजधानी होने के नाते यहां हर दिन वीआईपी की आवाजाही होती है, तमाम चुनौतियों के बावजूद दिल्ली पुलिस पूरी जिम्मेदारी के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करती है।
पिछले एक साल के दौरान साइबर अपराध, मानव तस्करी, अवैध अप्रवासियों, नशीली दवाओं के व्यापार और अन्य अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए दिल्ली पुलिस ने बेहतर काम किया है।
उपराज्यपाल ने यह बात मंगलवार को दिल्ली पुलिस की ओर से किंग्सवे कैंप स्थित न्यू पुलिस लाइंस के परेड ग्राउंड में आयोजित चौथे कमिश्नरेट दिवस समारोह के अवसर पर कही।
उपराज्यपाल ने दिल्ली पुलिस की कार्यकुशलता की सराहना की
मुख्य अतिथि के रूप में उन्होंने परेड टुकड़ी में शामिल कर्मियों की सलामी ली। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस का उल्लेख हमें इसके लोगो पर अंकित शांति, सेवा और न्याय शब्दों की याद दिलाता है। दिल्ली पुलिस ने साल दर साल अपनी कार्यकुशलता में वृद्धि की है, जिससे आज यह सर्वश्रेष्ठ पुलिस बलों में से एक है।
स्मार्ट पुलिसिंग की दिशा में स्मार्ट पुलिस बूथ, जिपनेट पोर्टल का पुनरुद्धार, जीरो ई-एफआईआर पंजीकरण को नागरिक-अनुकूल बनाने जैसे पुलिस द्वारा उठाए गए कदमों की भी सराहना की। उन्होंने ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने पिछले एक वर्ष के दौरान नशीली दवाओं के दुरुपयोग, साइबर अपराध, महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध, संगठित अपराध, अवैध प्रवास के साथ-साथ सफेदपोश आर्थिक अपराध को रोकने के लिए पुलिस द्वारा कड़े कदम उठाने की बत कही।
उन्होंने कहा कि 2024 में करीब 9,200 करोड़ रुपये की 26,000 किलोग्राम से अधिक ड्रग्स को नष्ट किया गया। इस वर्ष सात अपराधियों के खिलाफ पिट एनडीपीएस अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई और 4.75 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई।
62,000 से अधिक मामलों में दायर किए आरोपपत्र
2024 में संगठित नशीली दवाओं के व्यापार में शामिल अपराधियों के खिलाफ मकोका के तहत छह मामले दर्ज किए गए। लगातार ठोस प्रयासों से इस साल जून तक लगभग छह करोड़ रुपये की 4,900 किलोग्राम ड्रग्स को नष्ट किया गया।
नए आपराधिक कानूनों के सफल क्रियान्वयन के बारे में आयुक्त ने कहा कि प्रभावी क्रियान्वयन के लिए सभी पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित किया गया। नए कानून के तहत 2.5 लाख से अधिक एफआईआर दर्ज की गई, उनमें 62,000 से अधिक मामलों में आरोपपत्र दायर किए जा चुके हैं।
इस अवसर पर उपराज्यपाल ने उन पुलिसकर्मियों को सम्मानित करने के लिए ''आहत वीर सम्मान पत्र'' प्रदान किया, जो ड्यूटी के दौरान घायल हुए या शहादत प्राप्त की।
इन्हें मिला मरणोपरांत आहत वीर सम्मान पत्र-2025
- एएसआई सतबीर सिंह: यह सम्मान उनकी पत्नी मधुबाला को दिया गया
- सिपाही हेमंत यादव: यह सम्मान उनकी पत्नी निधि कुमारी को दिया गया
- सिपाही विक्टर एन: यह पुरस्कार उनकी बहन एनजी रोज को दिया गया
- सिपाही (डीवीआर) निखिल यादव: यह सम्मान उनके पिता मनोज कुमार को मिला
ड्यूटी के दौरान घायल होने पर इन्हें मिला आहत वीर सम्मान पत्र
ड्यूटी के दौरान घायल होने के लिए ''आहत वीर सम्मान पत्र -2025'' प्राप्त करने वाले पुलिसकर्मियों में इंस्पेक्टर रवींद्र कुमार त्यागी और एसआई अशोक कुमार, एएसआइ दीपक कुमार तिवारी और सिपाही की टीम शामिल थी।
स्वच्छता में सर्वश्रेष्ठ पुलिस स्टेशन के लिए इन्हें मिला पुरस्कार
उपराज्यपाल ने ‘स्वच्छता में सर्वश्रेष्ठ पुलिस स्टेशन’ श्रेणी के लिए पुरस्कार भी वितरित किए। प्रथम स्थान के लिए ग्रेटर कैलाश थाने के एसएचओ इंस्पेक्टर भानु प्रताप को ट्राफी दी गई। दूसरे स्थान पर सुल्तानपुरी थाने केएसएचओ इंस्पेक्टर रविंद्र मलिक को ट्राफी दी गई।
सर्वश्रेष्ठ आवासीय कॉलोनी के लिए इन्हें किया गया पुरस्कृत
दिल्ली पुलिस की 'सर्वश्रेष्ठ आवासीय कॉलोनी’ के लिए भी पुरस्कार वितरित किए गए। एसआई ओमबीर त्यागी को पुलिस काॅलोनी न्यायिक अभिरक्षा वाहिनी, विकासपुरी, हवलदार हरविंदर सिंह गिल को पुलिस काॅलोनी रोहिणी सेक्टर-11 और एसआई एमए यादव को स्टाफ क्वार्टर, डीसीपी ऑफिस काॅम्प्लेक्स, जनकपुरी के लिए ट्राफी मिली।
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