Delhi Crime: दिल्ली में निगम चुनाव से पहले अवैध हथियारों की बड़ी खेप पकड़ी, तीन गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने राजधानी से हथियारों का बड़ा जखीरा बरामद करने में सफलता पाई है। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक अभी तक कुल 22 पिस्टल बरामद हो चुके हैं। इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।
नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। दिल्ली में निगम चुनाव से पहले स्पेशल सेल ने दो हथियार तस्कर व एक रिसीवर को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 22 अवैध हथियार व पांच अतिरिक्त मैग्जीन बरामद किए हैं। बरामद हथियारों में 15 सेमी आटोमैटिक पिस्टल व सात कट्टा शामिल है। उक्त हथियार मध्य प्रदेश से लाए गए थे। इसकी आपूर्ति दिल्ली-एनसीआर समेत हरियाणा, राजस्थान और पश्चिम उत्तर-प्रदेश के बदमाशों को आपूर्ति की जानी थी। तीनों के खिलाफ शस्त्र अधिनियम की संशोधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है जिसमें न्यूनतम 10 साल और अधिकतम आजीवन कारावास की सजा का प्रविधान है।
हथियार तस्करों पर नजर
डीसीपी स्पेशल सेल प्रमोद सिंह कुशवाहा के मुताबिक निगम चुनाव को देखते हुए स्पेशल सेल मध्य प्रदेश के उन हथियार तस्करों पर नजर रख रही है जो पूर्व में दिल्ली में कई बार हथियार व कारतूस आपूर्ति करने में लिप्त पाए गए हैं। इसी के तहत सेल की टीम ने तीनों को गिरफ्तार किया। इनके नाम मनमोहन चौरसिया, जयप्रकाश पांडेय व अभिषेक सिंह है। मनमोहन व जयप्रकाश दोनों मध्य प्रदेश व अभिषेक, सवाई माधोपुर, राजस्थान का रहने का रहने वाला है। तीनों पिछले पांच साल से अधिक समय से दिल्ली समेत पड़ोस के राज्यों में हथियारों की तस्करी कर रहे थे।
तीन लोग हुए गिरफ्तार
एसीपी अतर सिंह, इंस्पेक्टर रंजीत सिंह व संजीव कुमार की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर 27 नवंबर को पहले आश्रम चौक के पास स्थित एक बस स्टैंड के पास से मनमोहन चौरसिया व जयप्रकाश पांडेय को गिरफ्तार किया। दोनों के पास से 12 पिस्टल जिसमें प्वाइंट 32 बोर की पांच सेमी-आटोमैटिक पिस्टल के साथ पांच अतिरिक्त मैग्जीन और सात कट्टा शामिल थे। इनसे पूछताछ के आधार पर इंस्पेक्टर विवेकानंद पाठक और कुलदीप सिंह की टीम ने तीसरे आरोपित अभिषेक सिंह को झील वाला पार्क, आउटर रिंग रोड के पास से गिरफ्तार कर लिया। उसके कब्जे से 10 सेमी आटोमेटिक पिस्टल बरामद की गई। साथ ही हथियार तस्करी की गतिविधियों में इस्तेमाल होने वाले मोबाइल और सिमकार्ड भी बरामद किए गए।
600 से अधिक हथियार की आपूर्ति कर चुके हैं आरोपित
पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि उन्हें मप्र के सेंधवा और खरगोन के दो हथियार निर्माताओं से बरामद हथियार की खेप मिली थी। ये लोग मध्य प्रदेश से सेमी आटोमेटिक पिस्टल 8000 रुपये और कट़्टा 3000 रुपये में खरीदते थे। जिसमें प्रति पिस्टल ये लोग 25000 रुपये व प्रति कट्टा 6000 के दर पर बदमाशों को बेच देते थे। पूछताछ में आरोपितों ने यह भी बताया कि पांच साल के दौरान इन्होंने केवल दिल्ली एनसीआर में 600 से अधिक हथियार आपूर्ति कर चुके हैं। हथियार बेचने के लिए आरोपित हर बार नया मोबाइल और नए सिमकार्ड का इस्तेमाल करते थे। हथियारों की खेप को इकट्ठा करने के बाद ये लोग इंदौर से अपने गंतव्य तक बस से यात्रा करते थे और उनकी कार्यप्रणाली रास्ते में बसों को बार-बार बदलना था ताकि पुलिस की नजरों से आसानी से बचा जा सके।