Delhi: जहर खाकर मरने वाला था युवक, पुलिस ने गूगल की सर्च हिस्ट्री की मदद से बचा ली जान
बुराड़ी थाना पुलिस ने गूगल सर्च हिस्ट्री की मदद से आत्महत्या करने की कोशिश कर रहे युवक को बचा लिया। हालांकि युवक ने कीटनाशक पदार्थ पी लिया था लेकिन समय पर पुलिस की तत्परता से जान बच गई।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। बुराड़ी थाना पुलिस ने गूगल सर्च हिस्ट्री की मदद से आत्महत्या करने की कोशिश कर रहे युवक को बचा लिया। हालांकि युवक ने कीटनाशक पदार्थ पी लिया था लेकिन समय पर पुलिस की तत्परता से जान बच गई।
युवक बुराड़ी में साइबर कैफे चलाता है। पूछताछ में पता चला है कि युवक मानसिक तनाव में था। फिलहाल पुलिस द्वारा युवक की काउंसलिंग कराई जा रही है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि जरनैल सिंह(24) परिवार सहित बुराडी इलाके में रहते हैं। वह 16 मई को मां के साथ गुरुद्वारा बंगला साहिब गए थे और वहीं से गायब हो गए। इस बीच बुराडी में स्वजन को सूचना मिली तो वे बुराडी थाने के एसएचओ राजेंद्र प्रसाद से संपर्क किया।
हालांकि मामला दूसरे जिले का था लेकिन डीसीपी सागर सिंह कलसी के निर्देश पर पुलिस युवक को ढूंढने में जुट गई। पुलिस को युवक का फोन बंद होने की वजह से कोई सुराग हाथ नहीं लगा। इसके बाद पुलिस ने युवक के गूगल आइडी लागइन कर सर्च हिस्ट्री खंगाली।
इसमें पता चला कि जरनैल एक कीटनाशक के बारे में जानकारी हासिल कर रहा था। यह कीटनाशक कानपुर के चकेरी इलाके में बनता है। ऐसे में पुलिस को शक हुआ की युवक कानपुर जाएगा। फोन बंद कर युवक ट्रेन से कानपुर पहुंचा जहां उसने कीटनाशक बेचने वालों से संपर्क किया।
तभी फोन आन होते ही बुराडी पुलिस को लोकेशन मिली तो उन्होंने स्थानीय पुलिस से संपर्क किया। लेकिन युवक वहां से निकल गया। फिर उसकी लोकेशन चकेरी इलाके में मिली। यहां पर युवक ने 15 हजार रुपये में कीटनाशक खरीदा। इसके बाद 19 मई को पहाड़गंज के एक होटल में कीटनाशक पीने से पहले स्वजन को सूचना दी।
पुलिस युवक के मोबाइल की लोकेशन निकाल कर होटल पहुंची। यहां पर होटल प्रबंधन के बात कर जिस कमरे में जरनैल ठहरा था उसे तोड़ा गया। उसके बाद उसे लोडी लेडी हार्डिंग अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसकी हालत खतरे से बाहर है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि वह दिल्ली में इसलिए मरना चाहता ताकि स्वजन को उसका शव आसानी से मिल जाए।