दिल्ली पुलिस की मानवीय पहल, 1,173 भिखारियों और असहाय लोगों को आश्रय गृहों में किया स्थानांतरित
मध्य जिला पुलिस ने मानवीय पहल करते हुए 1173 भिखारियों और बेघर लोगों को सरकारी आश्रय घरों में पहुंचाया। यह अभियान 1 जुलाई से शुरू हुआ जिसका उद्देश्य बेसहारा लोगों को सम्मानजनक जीवन देना है। पुलिस उपायुक्त के अनुसार यह प्रयास करुणा पर आधारित है और पुनर्वासित लोगों को आश्रय गृहों में भोजन और चिकित्सा जैसी सुविधाएं मिल रही हैं।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। मध्य जिला पुलिस की टीम ने एक अनुकरणीय और मानवीय पहल के तहत एक समर्पित पुनर्वास अभियान शुरू कर अब तक 1,173 भिखारियों और आवारा लोगों को सरकारी आश्रय गृहों में स्थानांतरित किया है। यह अभियान एक जुलाई से शुरू किया गया था और इसका उद्देश्य चौराहों, ट्रैफिक सिग्नलों और सार्वजनिक स्थलों पर घूम रहे बेसहारा लोगों को सम्मानजनक जीवन देने की दिशा में एक ठोस प्रयास करना है।
उपायुक्त निधिन वालसन के मुताबिक, यह पहल पूरी तरह से करुणा और सहानुभूति पर आधारित रही। किसी भी व्यक्ति के साथ जबरदस्ती नहीं की गई और हर व्यक्ति के साथ सम्मानजनक व्यवहार सुनिश्चित किया गया। पुनर्वासित लोगों को दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डूसिब) द्वारा संचालित आश्रय गृहों में स्थान दिया गया, जहां उन्हें भोजन, चिकित्सा और अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
पुलिस अधिकारियों की निगरानी में, थाना स्तर पर विशेष टीमों का गठन किया गया था, जिनका मार्गदर्शन उप-विभागीय सहायक पुलिस अधीक्षक कर रहे थे। इन टीमों ने जिले के प्रमुख स्थानों की पहचान की और पुनर्वास कार्य को योजनाबद्ध और समन्वित तरीके से अंजाम दिया। इसके साथ ही, पुनर्वासित व्यक्तियों की देखभाल और उन्हें आवश्यक सहायता पहुंचाने के लिए नियमित फालोअप भी किया जा रहा है।
पुलिस ने अपील की है कि नागरिक ट्रैफिक सिग्नलों पर बैठे लोगों को भीख न दें, क्योंकि इससे भीख मांगने की प्रवृत्ति को बढ़ावा मिलता है। इसके बजाय वे पुनर्वास प्रयासों का समर्थन करें, जिससे जरूरतमंदों को स्थायी समाधान मिल सके। इसके अलावा अगर कोई भी व्यक्ति भीख मांगने या आवारागर्दी के मामलों की जानकारी देना चाहता है, तो वह हेल्पलाइन नंबर 112, कंट्रोल रूम नंबर 011-23286848 और निकटतम पुलिस स्टेशन से संपर्क कर सकता है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।