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    दिल्ली की CM रेखा गुप्ता पर हमले का रहस्य अनसुलझा, पुलिस साजिश की तह तक पहुंचने में जुटी, रिजल्ट जीरो

    Updated: Sun, 24 Aug 2025 06:30 AM (IST)

    दिल्ली पुलिस मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर जानलेवा हमले के कारण का पता लगाने में लगी है। आरोपित राजेश भाई खिमजी भाई सकारिया राजकोट का रहने वाला है। पुलिस राजनीतिक साजिश और आर्थिक मदद की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए जांच कर रही है। पुलिस ने आरोपित के दोस्त तहसीम को भी पूछताछ के लिए दिल्ली बुलाया है और दोनों के मोबाइल रिकॉर्ड और बैंक खातों की जांच जारी है।

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    चार दिन बाद भी सीएम पर हमले के सही मकसद का पता नहीं लगा पाई है दिल्ली पुलिस

    जागरण संवाददता, नई दिल्ली। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर जानलेवा हमला करने के मामले में दिल्ली पुलिस चार दिन बाद भी हमले के सही कारण का पता नहीं लगा पाई है। बुधवार सुबह सवा आठ बजे गुजरात, राजकोट के रहने वाले आरोपित राजेश भाई खिमजी भाई सकारिया ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के सिविल लाइंस स्थित कैंप कार्यालय में जन सुनवाई के दौरान उनपर जानलेवा कर दिया था। हमले के बाद से दिल्ली पुलिस समेत तमाम केंद्रीय एजेंसियां आरोपित से पूछताछ कर गहन जांच में जुटी हुई हैं लेकिन अब तक हमले के सही मकसद का पता नहीं लग पाया है।

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    पुलिस को शक है कि...

    आरोपित ने जिस सुनियोजित तरीके से राजकोट से दिल्ली आकर पहले सीएम के घर पर पहुंचकर बाहर का वीडियो बनाया और अगले दिन सीएम के कैंप कार्यालय में पहुंचकर उनके करीब जाकर अचानक जानलेवा हमला किया उससे पुलिस को शक है कि इसके पीछे किसी की गहरी साजिश हो सकती है। लिहाजा पुलिस राजनीतिक रंजिश आदि तमाम पहलुओं पर जांच में जुटी तो हैं लेकिन अब तक किसी तरह-तरह के आपराधिक साजिश की बात सामने नहीं आई है।

    सभी नंबरों की पड़ताल कर रही

    पुलिस, राजेश भाई खिमजी के करीबी दोस्त तहसीम को पूछताछ के लिए शनिवार को राजकोट से दिल्ली लेकर आ गई। यहां उससे दिल्ली पुलिस समेत सभी केंद्रीय एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं। हमले से एक दिन पहले मंगलवार की सुबह राजेश ने सीएम के शालीमार बाग स्थित घर के बाहर का वीडियो बनाकर तहसीम को ही भेजा था।

    इसके बाद तहसीम ने उसे मदद के तौर पर दो हजार रुपये भेजा था। तहसीम भी राजकोट में राजेश के साथ आटो ही चलाता है। हमले से पहले दोनों के बीच कई बार बातचीत हुई थी। इसलिए पुलिस दोनों के मोबाइल के काल डिटेल रिकार्ड निकालकर सभी नंबरों की पड़ताल कर रही है।

    आमने-सामने बैठाकर भी पूछताछ की

    साथ ही, दोनों के बैंक खातों की भी जांच कर यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कहीं किसी ने उन्हें हमले के लिए आर्थिक मदद की हो। पुलिस को उम्मीद है कि दोनों के काल डिटेल व बैंक खातों की जांच से साजिश का पता लग सकता है। दोनों को आमने-सामने बैठाकर भी पूछताछ की जा रही है।

    ...तो सीएम का लिया गया बयान!

    शनिवार दोपहर विशेष आयुक्त कानून एवं व्यवस्था रवींद्र सिंह यादव, संयुक्त अयुक्त मधुर वर्मा व डीसीपी राजा बांठिया ने मुख्यमंत्री के सिविल लाइंस स्थित कैंप कार्यालय पर जाकर उनसे घंटों मुलाकात की।

    ऐसे में माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री का भी बयान दर्ज कर लिया गया है। हालांकि इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। इस दाैरान तीनों अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को अब तक की जांच में सामने आई बातों से भी उन्हें अवगत कराया।

    इस मामले में दिल्ली पुलिस अब तक 25 से अधिक लोगों से पूछताछ कर उनके बयान दर्ज कर चुकी हैं। संयुुक्त आयुक्त मधुर वर्मा का कहना है कि पुलिस इस थ्योरी को नहीं मान रही है कि आरोपित कुत्ते को लेकर की जाने वाली कार्रवाई को लेकर गुस्से में था। वह पशु प्रेमी है इसलिए उसने हमला किया।

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