दिल्ली में पाक नागरिकों की तलाश शुरू, पाकिस्तान भेजने का अभियान तेज; पुलिस ने इन इलाकों में चलाया अभियान
पहलगाम हमले के बाद दिल्ली पुलिस ने पाकिस्तानी नागरिकों को 29 अप्रैल तक भारत छोड़ने के आदेश के बाद शहर में रह रहे ऐसे लोगों की पहचान कर उन्हें निर्वासि ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले के बाद दिल्ली में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को 29 अप्रैल तक भारत छोड़ने के लिए हाल ही में जारी अल्टीमेटम के जवाब में दिल्ली पुलिस ने शहर में रहने वालों की पहचान करने और उन्हें निर्वासित करने के लिए अभियान शुरू किया है। इस अभियान में विशेष शाखा और विदेशी पंजीकरण कार्यालय (एफआरओ) विभाग शामिल हैं, जो रिकार्ड इकट्ठा करने और देश छोड़ने की जरूरत वाले पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान करने के लिए मिलकर काम करेंगे।
दिल्ली पुलिस के अधिकारी के मुताबिक, यह अल्टीमेटम वैध वीजा रखने वाले सभी पाकिस्तानी नागरिकों पर लागू होगा, सिवाय उन लोगों के जिनके पास दीर्घकालिक वीजा, राजनयिक वीजा और आधिकारिक वीजा हैं। दिल्ली पुलिस ने बीट अधिकारियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है और लोगों से अपील की है कि वे अपने क्षेत्रों में रहने वाले पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान करने में सहायता करें।
पाकिस्तानी नागरिकों की अधिकता वाले क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित
अल्टीमेटम के कार्यान्वयन पर चर्चा करने के लिए दिल्ली पुलिस मुख्यालय में एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई। अधिकारियों ने पुष्टि की कि हालांकि अभी तक कोई लिखित नोटिस नहीं मिला है, लेकिन जिला स्तर पर तैयारियां शुरू हो गई हैं और अभियान में सहायता के लिए विशेष टीमें बनाई जा रही हैं। दिल्ली पुलिस ओखला, जामिया नगर, शाहीन बाग, सीलमपुर, जाफराबाद और त्रि नगर जैसे पाकिस्तानी नागरिकों की अधिकता वाले क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगी।
कुछ परिवारों ने डर और चिंता व्यक्त की
पुलिस सहायता के लिए इन क्षेत्रों में रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) से भी संपर्क करेगी। इसके अतिरिक्त, पुलिस पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थियों के शिविरों का दौरा कर उन्हें आश्वस्त कर रही है कि यह आदेश उन पर लागू नहीं होता है। हालांकि, हाल के घटनाक्रमों के कारण कुछ परिवारों ने डर और चिंता व्यक्त की है।
पुलिस अधिकारियों का अनुमान है कि दिल्ली में अवैध पाकिस्तानी नागरिकों की संख्या बांग्लादेशियों की तुलना में कम हो सकती है और उन्हें पहचानने और निर्वासित करने के लिए इसी तरह का अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान का उद्देश्य अल्टीमेटम का अनुपालन सुनिश्चित करना और शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखना है।

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