अब हाथ में आएंगे चोरी हुए महंगे फोन, दिल्ली पुलिस को मिली बड़ी सफलता; 53 मोबाइल के साथ दो गिरफ्तार
दिल्ली क्राइम ब्रांच ने दिनदहाड़े चोरी करने वाले दो आरोपियों को पकड़ा है जिनमें एक नाबालिग है। उनके पास से 53 चोरी के मोबाइल और ताले तोड़ने के उपकरण बरामद हुए हैं। पुलिस ने चोरी और मोबाइल चोरी के छह मामले सुलझाए हैं। आरोपी जहांगीरपुरी के रहने वाले हैं। पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। बंद घरों में दिनदहाड़े चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले नाबालिग सहित दो आरोपितों को क्राइम ब्रांच की टीम ने पकड़ा है। इनके कब्जे से चाेरी के 53 महंगे मोबाइल फोन और घर के ताले तोड़ने के उपकरण बरामद हुए हैं।
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपितों की पहचान जहांगीरपुरी के आफताब उर्फ सुखा और नाबालिग के रूप में हुई है। पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी से दिनदहाड़े चोरी और मोबाइल चोरी के छह मामले सुलझाने का दावा किया है। पुलिस उनसे पूछताछ कर गिरोह में शामिल अन्य आरोपितों की तलाश में जुटी है।
उपायुक्त हर्ष इंदौरा के मुताबिक, एसीपी अशोक शर्मा की देखरेख में इंस्पेक्टर अजय शर्मा और इंस्पेक्टर अजय गहलावत के नेतृत्व में गठित टीम चोरी की वारदातों में शामिल आरोपितों की तलाश में जुटी थी। जांच में पता चला कि आरोपित अकसर बंद घरों को निशाना बनाते थे।
टीम ने जहांगीर पुरी और आसपास के इलाकों में अपने स्थानीय खुफिया नेटवर्क को सक्रिय किया। जांच में पता चला कि पांच छह युवाओं के एक उभरते हुए समूह पर निगरानी बढ़ाई गई। कोई लंबा आपराधिक रिकॉर्ड न होने के बावजूद, वे दक्षिण दिल्ली और आसपास के इलाकों में चोरी की वारदात को अंजाम दे रहे थे।
बताया गया कि यह गिरोह पुलिस के संदेह से बचने के लिए कम जाने-पहचाने चेहरों का इस्तेमाल करता था और हर चोरी के बाद अपना ठिकाना बदलता था। गुप्त सूचना पर टीम ने जापानी पार्क के पास, सेक्टर 10/11 रोहिणी इलाके से गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे गिरोह के वरिष्ठ सदस्य बप्पी के साथ चोरी की योजना बना रहे थे। आफताब के कब्जे से घर तोड़ने के उपकरण और नाबालिग के कब्जे से पांच चोरी के फोन बरामद हुए। पूछताछ में उन्होंने बताया कि उन्होंने चिराग दिल्ली, साकेत, महरौली और द्वारका इलाके में कई दिन के समय चोरी की हैं। उनकी निशानदेही पर चोरी के कुल 53 मोबाइल फोन बरामद किए गए, जिनमें से अब तक तीस दिल्ली-एनसीआर में दर्ज चोरी की रिपोर्ट में दर्ज पाए गए।
पूछताछ में पता चला कि नाबालिग इससे पहले एक हत्या के मामले में पकड़ा गया था, जिसमें एक व्यक्ति को चाकू मारने का आरोप था, जिसने कथित तौर पर अपने परिवार के साथ दुर्व्यवहार किया था। बाल सुधार गृह से रिहा होने के बाद, वह फिर से आपराधिक गिरोह में शामिल हो गया। वह चोरी के फोन बेचने का भी धंधा करता था। वहीं आफताब पहले मोबाइल फोन रिपेयरिंग का तकनीशियन था और उसका कोई अपराधिक रिकार्ड नहीं रहा है।
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