Delhi: राहुल गांधी से दिल्ली पुलिस को मिली पीड़ित महिलाओं की आधी-अधूरी जानकारी, आगे नहीं बढ़ पा रही जांच
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने यौन उत्पीड़न की शिकार महिलाओं के बारे में दिल्ली पुलिस को जानकारी तो मुहैया करा दी है लेकिन जानकारी बहुत ही स ...और पढ़ें

नई दिल्ली, राकेश कुमार सिंह। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने यौन उत्पीड़न की शिकार महिलाओं के बारे में दिल्ली पुलिस को जानकारी तो मुहैया करा दी है, लेकिन जानकारी बहुत ही संक्षिप्त व आधी-अधूरी दी गई है।
आधी-अधूरी जानकारी देने के कारण पुलिस पीड़ित महिलाओं व किशोरियों के बारे में पता नहीं लग पा रही है। पुलिस को जांच करने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। काफी प्रयास के बावजूद पुलिस की जांच आगे नहीं बढ़ पा रही है।
पत्र के जरिए उपलब्ध कराई थी डिटेल्स
पुलिस मुख्यालय सूत्रों के मुताबिक, एक सप्ताह पहले राहुल गांधी के कार्यालय से पत्र के जरिए पुलिस को कुछ महिलाओं के बारे में जानकारी दी गई थी। मामले में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का कहना है कि अगर राहुल गांधी से पीड़ित महिलाओं के नाम, पता व मोबाइल नंबर भी उन्हें उपलब्ध करा दिया जाता, तो उनसे संपर्क करना आसान हो जाता। पुलिस उनके बयान दर्ज करने के बाद जल्द आगे की कार्रवाई शुरू कर सकती थी।
आला अधिकारी का कहना है कि सटीक जानकारी न देने के कारण पुलिस को समझ में नहीं आ रहा है कि महिलाओं के बारे में आखिर कैसे पता लगाया जाए। राहुल द्वारा पुलिस को जानकारी मुहैया कराने के बाबत पूछे गए सवाल पर विशेष आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) सागर प्रीत हुड्डा ने केवल इतना कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। अबतक एक भी पीड़िता के बारे में पता नहीं लग पाया है।
ज्ञात रहे यौन उत्पीड़न की शिकार महिलाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए पिछले माह 19 मार्च की सुबह दस बजे विशेष आयुक्त कानून एवं व्यवस्था सागर प्रीत हुड्डा व नई दिल्ली जिले के डीसीपी प्रणव तयाल के नेतृत्व में कई वरिष्ठ अधिकारी राहुल के तुगलक लेन स्थित आवास पर पहुंचे थे। कुछ माह पूर्व भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल ने श्रीनगर में कहा था कि देश में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार हो रहा है, उनका यौन शोषण किया जा रहा है, लेकिन पुलिस उन्हें न्याय नहीं दिला पा रही है।
राहुल के आवास पर पहुंचे थे अधिकारी
इसी की जानकारी प्राप्त करने के लिए अधिकारी राहुल के आवास पर पहुंचे थे। लेकिन वहां उन्हें करीब ढाई घंटे तक इंतजार कराया गया। उसके बाद राहुल ने पुलिस अधिकारियों से करीब दस मिनट की संक्षिप्त मुलाकात की, लेकिन यौन उत्पीड़न की शिकायत करने वाली महिलाओं के बारे में पूछने पर वे कोई जानकारी उपलब्ध नहीं करा पाए थे।
राहुल के विदेश दौरे से लौट आने की सूचना मिलने पर पहले 15 मार्च की शाम डीसीपी प्रणव तयाल को उनके आवास पर भेजा गया था। करीब तीन घंटे तक प्रतीक्षा कराने के बाद राहुल ने उनसे भी मुलाकात नहीं की थी। उसके बाद 16 मार्च की सुबह उन्हें नोटिस भेजकर बताया गया कि वे पीड़ित महिलाओं के बारे में जानकारी एकत्र कर 19 मार्च को जानकारी उपलब्ध करा दें।
उसी के तहत अधिकारी जानकारी मांगने राहुल के आवास पर गए थे। मुलाकात के दौरान हुड्डा ने राहुल से कहा था कि हो सकता है कुछ महिलाएं ऐसी हों, जिनका रिश्तेदारों द्वारा लगातार यौन शोषण किया जा रहा हो, कुछ पीड़िता नाबालिग भी हो सकती हैं। अगर उन्हें इसकी जानकारी उपलब्ध करा दी जाए तब दिल्ली पुलिस समय रहते आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर उन्हें जेल भेज सकती है।
उन्होंने यह भी कहा था कि पाक्सो के मामले में जानकारी होने के बावजूद पुलिस को बताया यह भी अपराध की श्रेणी में आता है। इस पर राहुल ने कहा था कि अभी उन्हें कुछ ध्यान नहीं आ रहा है कि कहां-कहां पर महिलाओं ने उनसे शिकायत की थी।

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