एसएससी पेपर लीक मामले में क्राइम ब्रांच ने दर्ज की FIR, 10 परीक्षा केंद्रों की जांच शुरू
कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) द्वारा आयोजित लिपिक परीक्षा में बड़े पैमाने पर अनियमितताओं के आरोपों में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू कर दी है। करीब 53 लोगों को चिह्नित किया गया है जिन्होंने ऑनलाइन परीक्षा में नकल की। राजस्थान के कई परीक्षा केंद्रों में प्रश्नपत्र लीक हुआ। धोखाधड़ी और जालसाजी की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) द्वारा आयोजित एक लिपिक परीक्षा में बड़े पैमाने पर अनियमितताओं के आरोपों में प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एसएससी ने करीब 53 लोगों को चिह्नित किया है जिन्होंने ऑनलाइन आयोजित परीक्षा में नकल करने के लिए अनुचित साधनों का इस्तेमाल किया था।
जांच के दायरे में आए राजस्थान के परीक्षा केंद्र
प्रश्नपत्र परीक्षा केंद्र से ही लीक हुआ था। एसएससी की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है। शिकायत में आरोप लगाया है कि फर्जीवाड़े को अंजाम देने के लिए कई करोड़ रुपये की धनराशि का आदान-प्रदान किया गया। सूत्रों के मुताबिक जांच के दायरे में आए अधिकांश परीक्षा केंद्र राजस्थान में स्थित थे। हर केंद्र में करीब पांच से सात उम्मीदवार थे। करीब 10 ऐसे केंद्रों की जांच की जा रही है।
एसएससी ने 53 उम्मीदवारों की उत्तर पुस्तिकाओं में विसंगतियां पाईं, जिन्होंने लगभग सभी प्रश्नों के सही उत्तर दिए, जिससे संदेह पैदा हुआ। आगे की जांच से पता चला कि इन सभी उम्मीदवारों के उत्तर एक ही पैटर्न के थे। इसने एसएससी को मामले की रिपोर्ट पुलिस को करना पड़ा।
धोखाधड़ी और जालसाजी की धारा में मामला दर्ज
पुलिस ने धोखाधड़ी और जालसाजी की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस अधिकारी के मुताबिक परीक्षा का पैटर्न अन्य परीक्षाओं के समान था जहां प्रश्न पत्र सीलबंद लिफाफे में परीक्षा केंद्रों पर पहुंचाए गए थे, लेकिन कुछ केंद्रों पर पेपर लीक हो गए।
पुलिस को उत्तर लिखने में अभ्यर्थियों की मदद करने वाले सॉल्वर गिरोह के शामिल होने का संदेह है। विचाराधीन परीक्षा-संयुक्त उच्चतर माध्यमिक स्तर-केंद्र सरकार के मंत्रालयों और संबंधित विभागों में विभिन्न लिपिक नौकरियों के लिए उम्मीदवारों की भर्ती करती है।