Delhi Crime: 2019 में दिल्ली आए थे दो नाइजीरियन, वीजा खत्म होते ही करने लगे ये काम; अब गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने नशा मुक्त दिल्ली बनाने के लिए एक बड़े अभियान में दो नाइजीरियाई ड्रग तस्करों को उत्तम नगर से गिरफ्तार किया। उनके पास से 60 ग्राम मेथमफेटामाइन जब्त की गई जिसकी सप्लाई दिल्ली विश्वविद्यालय और साउथ दिल्ली के फार्म हाउसों में होनी थी। पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों को पकड़ने का प्रयास कर रही है। सप्लाई फार्म हाउसों में चल रही रेव पार्टियों में की जानी थी।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली को नशा मुक्त बनाने के लिए दिल्ली पुलिस ने बड़ा अभियान चलाया है। इस अभियान के तहत क्राइम ब्रांच ने दो नाइजीरियाई ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया है। इन्हें उत्तम नगर इलाके से गिरफ्तार किया गया।
60 ग्राम मेथमफेटामाइन ड्रग जब्त
इनके पास से 60 ग्राम मेथमफेटामाइन ड्रग जब्त की गई है। इस ड्रग की सप्लाई दिल्ली विश्वविद्यालय इलाके के साथ-साथ साउथ दिल्ली के फार्म हाउसों में चल रही रेव पार्टियों में की जानी थी। पकड़े जाने से बचने के लिए यह गिरोह नाइजीरियाई नंबरों और सिर्फ इंटरनेट कॉलिंग के जरिए ड्रग सप्लाई करता था।
डीसीपी हर्ष इंदौरा के अनुसार गिरफ्तार किए गए नाइजीरियाई तस्करों के नाम माइकल ओक्वू और चिदुबेम स्टेनली हैं। उनके पास से व्यावसायिक मात्रा में मेथामफेटामाइन ड्रग्स जब्त की गई है।
पैकेजिंग उपकरण के साथ गिरफ्तार
18 अप्रैल को हवलदार सुशील को सूचना मिली कि नवादा मेट्रो स्टेशन के पास एक अफ्रीकी व्यक्ति मेथमफेटामाइन ड्रग्स सप्लाई करने आ रहा है। उसे वहीं से दबोच लिया गया। उससे पूछताछ के बाद गिरोह के एक और सक्रिय सदस्य को ड्रग्स और पैकेजिंग उपकरण के साथ गिरफ्तार किया गया। उसे मटियाला रोड, उत्तम नगर से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने दावा किया है कि उसके पास से बरामद 60 ग्राम मेथमफेटामाइन की कीमत चार लाख रुपये से अधिक है। सप्लाई चेन के सोर्स और अन्य सदस्यों को पकड़ने की कोशिश जारी है।
कब किया ड्रग्स बेचने का धंधा शुरू?
माइकल ओक्वू 2019 में भारत आया था। उसने अपनी माध्यमिक शिक्षा नाइजीरिया में पूरी की। आर्थिक तंगी के चलते वह दिल्ली में रहने वाले अफ्रीकी नागरिकों के संपर्क में आया और ड्रग्स बेचने का धंधा शुरू कर दिया। वह साउथ दिल्ली में रहने वाले एक अफ्रीकी नागरिक से ड्रग्स खरीदता था और उन्हें बेचता था।
चिदुबेम स्टेनली 2020 में भारत आया था। उसका वीजा 2023 में खत्म हो गया, जिसके बाद वह अवैध तरीके से भारत में रहकर गांजा बेचने लगा। उसे सबसे पहले 5 जुलाई 2023 को मंगोलपुरी पुलिस ने गांजे के साथ गिरफ्तार किया था। जमानत पर जेल से छूटने के बाद वह फिर से माइकल ओक्वू के साथ ड्रग्स सप्लाई करने लगा।

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