दिल्ली में ई-रिक्शा चोर गिरोह का भंडाफोड़, 16 वाहन बरामद
उत्तरी जिला पुलिस ने ई-रिक्शा चोर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दो वाहन चोरों और एक रिसीवर को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 16 ई-रिक्शा और एक बाइक ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। उत्तरी जिला पुलिस ने ई-रिक्शा चोरी करने वाले दो कुख्यात वाहन चोरों और चोरी के ई-रिक्शा खरीदने वाले एक रिसीवर को गिरफ्तार किया है। सीसीटीवी कैमरे चेक कर आरोपियों को पकड़ा गया। उनकी निशानदेही पर चोरी के 16 ई-रिक्शा और एक बाइक बरामद की गई। गिरफ्तार रिसीवर ओम प्रकाश पश्चिम विहार थाने का हिस्ट्रीशीटर है, जो पहले भी झपटमारी, चोट पहुंचाने, चोरी और आर्म्स एक्ट के मामलों में शामिल रहा है।
डीसीपी उत्तरी जिला राजा बांठिया के मुताबिक बुराड़ी थाने में 7, 10 और 16 मई को ई-रिक्शा चोरी की तीन वारदात दर्ज हुई थीं। रिक्शा चोरी की वारदातों को गंभीरता से लेते हुए चोरों को पकड़ने के लिए पुलिस की तीन टीमें बनाई गई थीं।
एसीपी अनिल कुमार यादव और इंस्पेक्टर संजय कुमार के नेतृत्व में इन टीमों को सीसीटीवी कैमरे चेक कर आरोपियों को पकड़ने की जिम्मेदारी दी गई थी। सीसीटीवी कैमरों की जांच में पता चला कि आरोपी वारदात करने के लिए बाइक पर आते थे। कैमरों की मदद से वाहन चोरों का रूट ट्रेस किया गया और उन्हें निहाल विहार में पकड़ लिया गया। सभी वारदातों में वाहन चोरों का रूट निहाल विहार में खत्म होता था, जहां उन्होंने वाहन रिसीवर को सौंप दिया।
चोरी का ई-रिक्शा सौंपने के बाद भी पुलिस टीम वाहन चोरों का रूट ट्रेस करने सुल्तानपुरी पहुंची, जहां एक वाहन चोर वीरपाल की पहचान हुई। जांच में पता चला कि बुराड़ी से ई-रिक्शा चुराने वाले वाहन चोरों ने कादीपुर, स्वरूप नगर में चोरी का ई-रिक्शा छिपा रखा था। वे कादीपुर, स्वरूप नगर से उस ई-रिक्शा को लेकर जाने वाले थे। सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने पुश्ता रोड पर दो लोगों को ई-रिक्शा खींचते देखा।
दोनों की पहचान वीरपाल (डी-ब्लॉक हरि एन्क्लेव, किराड़ी सुलेमान नगर) और लवकुश (कासगंज, उत्तर प्रदेश) के रूप में हुई। उनके कब्जे से एक ई-रिक्शा और एक बाइक बरामद की गई। पूछताछ में दोनों ने बताया कि वे चोरी का ई-रिक्शा ओमप्रकाश को बेचते थे, जो उनसे निहाल विहार में मिलता था।
टीम निहाल विहार पहुंची और रिसीवर ओम प्रकाश (सी-ब्लॉक ज्वाला पुरी, कैंप नंबर चार, नांगलोई) को गिरफ्तार कर लिया। उसके किराए के मकान से चोरी की गई ई-रिक्शा और ई-रिक्शा खोलने के औजार, ग्राइंडर बरामद किए गए। बाद में उसकी निशानदेही पर 14 और चोरी की ई-रिक्शा बरामद की गईं।
पूछताछ में पता चला कि वीरपाल और लवकुश पूरी दिल्ली से ई-रिक्शा चुराते थे। वे सुबह ई-रिक्शा चुराकर ओम प्रकाश को बेच देते थे। रिसीवर चोरी की गई ई-रिक्शा की नंबर प्लेट और चेसिस नंबर हटाकर उन्हें 300 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से किराए पर देता था।

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