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    दिल्ली चुनाव से पहले बांग्लादेशी घुसपैठियों के धड़ाधड़ बन रहे थे वोटर कार्ड, पुलिस ने 11 लोगों को दबोचा

    दिल्ली पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों के वोटर और आधार कार्ड बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया गया है। पुलिस ने छापेमारी कर 11 लोगों को दबोचा है। गिरफ्तार किए गए आरोपित फर्जी वेबसाइट के जरिए जाली पहचान पत्र बनाकर घुसपैठियों की मदद करते थे। बता दें कि एलजी ने दो महीने में अभियान चलाकर घुसपैठियों की पहचान करने का निर्देश दिया है।

    By Agency Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Tue, 24 Dec 2024 09:38 AM (IST)
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    घुसपैठियों के वोटर कार्ड बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया गया। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

    एएनआई, नई दिल्ली। दिल्ली में अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है। ताजा मामले में दिल्ली पुलिस ने फर्जी वोटर और आधार कार्ड बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है।

    घुसपैठियों को अवैध दस्तावेज दिलाने वाले गैंग के 11 लोगों को दबोचा गया है। इनमें फर्जी वेबसाइट, आधार कार्ड ऑपरेटर और तकनीकी विशेषज्ञों शामिल हैं। पकड़े गए आरोपितों में 6 बांग्लादेशी शामिल हैं। आरोपित फर्जी वेबसाइट के जरिए जाली पहचान पत्र बनाकर घुसपैठियों को भारत का नागरिक साबित करने में मदद करते थे।

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    दिल्ली के कई इलाकों में अवैध झुग्गी बनाकर रहे रहे घुसपैठिये। 

    फर्जी दस्तावेज बनाकर करते थे बांग्लादेशी घुसपैठियों की मदद

    पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) दक्षिण अंकित चौहान के अनुसार, आरोपियों ने फर्जी वेबसाइट के जरिए फर्जी आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र और अन्य जाली दस्तावेज बनाकर बांग्लादेशी घुसपैठियों की मदद की।

    समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, डीसीपी चौहान ने कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठिये जंगल के रास्तों और एक्सप्रेस ट्रेनों के जरिए भारत में दाखिल होते हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है जो फर्जी वेबसाइटों के जरिए जाली पहचान पत्रों का इस्तेमाल कर बांग्लादेशी नागरिकों की मदद करते हैं।

    1000 से ज्यादा अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों की हुई पहचान

    बता दें कि दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने मुख्य सचिव और पुलिस आयुक्त को राजधानी में रह रहे अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान करने और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए 2 महीने का अभियान शुरू करने का निर्देश दिया है। दिल्ली पुलिस सूत्रों के अनुसार अब तक 1000 से ज्यादा अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान की जा चुकी है।

    बांग्लादेशी व रोहिंग्या घुसपैठियों की पहचान करेंगे बाजार संगठन

    उपराज्यपाल और पुलिस के बाद अब दिल्ली के प्रमुख बाजार फेडरेशन व संगठन भी बांग्लादेशियों और रोहिंग्या घुसपैठियों की पहचान करने के लिए सामने आ गए हैं। सीटीआई, फेस्टा, डीएचएमए व भारतीय उद्योग व्यापार मंडल समेत अन्य संगठनों ने बाजारों में रिक्शा चालक व कूड़ा उठाने वाले लोगों में से घुसपैठियों की पहचान कर पुलिस व एमसीडी को जानकारी देने के लिए कमर कस ली है।

    गौरतलब है कि बांग्लादेशियों व रोहिंग्या घुसपैठियों पर कार्रवाई को लेकर एलजी से मिले मुस्लिम समाज के प्रतिनिधिमंडल ने यह भी मांग की थी कि इनके रोजगार पर भी प्रहार किया जाए।

    व्यापारिक संगठनों की ओर से जारी सर्कुलर के अनुसार हर बाजार संगठनों के पदाधिकारियों के सहयोग से पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे कि कोई भी घुसपैठिया चाहे वह रोहिंग्या हो या किसी अन्य देश से आकर अवैध तरीके से रह रहा व्यक्ति हो, उनकी सूचना दिल्ली पुलिस, एमसीडी और संगठन के जिम्मेदार लोगों की दी जाएगी।

    नौकरों का भी कराया जाएगा सत्यापन

    इसी तरह, घर, दुकानों में काम करने वाले नौकरों का भी सत्यापन कराया जाएगा। चैंबर आफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआइ) के चेयरमैन बृजेश गोयल के अनुसार, कई बाजारों से इस तरह की शिकायत आ रही हैं कि घुसपैठिये सड़कों व फुटपाथ पर अतिक्रमण कर चुके हैं। फेडरेशन आफ सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन (फेस्टा) के अध्यक्ष राकेश यादव ने जारी सर्कुलर में कहा कि जो लोग यहां आकर अस्थिरता फैलाने का प्रयास करते हैं, उनको जवाब देने का मौका है।

    फेस्टा के सर्कुलर के अनुसार घुसपैठियों के बारे में सूचना दिल्ली पुलिस को दी जाएंगी। दिल्ली हिंदुस्तानी मर्केंटाइल एसोसिएशन (डीएचएमए) के महासचिव श्रीभगवान बंसल ने कहा कि चांदनी चौक में अभियान के तहत घुसपैठियों की पहचान होगी। यहां बड़ी संख्या में बेघर, भीख मांगने वाले और कूड़ा बीनने वाले लोग हैं।

    ( यह खबर समाचार एजेंसी एएनआई और जागरण संवाददाता के इनपुट के आधार पर बनाई गई है।)