Delhi Police Bharti: लिखित और शारीरिक परीक्षा किया पास, फिर भी 118 अभ्यर्थियों को नहीं मिल रही ज्वॉइनिंग
118 चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र नहीं मिला है। इन अभ्यर्थियों का कहना है कि पहली बार पुलिस मुख्यालय में अधिकारियों द्वारा उन्हें बताया गया कि फिंगर प्रिंट की जांच की जा रही है जिनके सही पाए जाएंगे उन्हें नियुक्ति पत्र दे दिया जाएगा जिनके फर्जी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस आश्वासन को चार माह बीते चुके हैं लेकिन अभी तक नियुक्त पत्र नहीं मिला है।

राकेश कुमार सिंह, नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस में सिपाहियों की भर्ती के लिए परीक्षा पास कर जाने के बावजूद 118 अभ्यर्थियों के फिंगर प्रिंट का मिलान न होने के कारण पुलिस विभाग ज्वॉइनिंग नहीं दे रहा है। इससे विभिन्न राज्यों के अभ्यर्थी पिछले चार माह से पुलिस मुख्यालय और एसएससी कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। समस्या जस की तस बनी हुई है।
अभ्यर्थियों का कहना है कि लिखित और शारीरिक परीक्षा पास करने के बाद उनका मेडिकल कराया गया, इसमें पास हो जाने के बाद उनका नाम फाइनल मैरिट सूची में आ गया। बावजूद इसके पुलिस विभाग उन्हें नियुक्ति पत्र नहीं दे रहा है।
कई सालों से विभिन्न पदों पर चल रही एसएससी भर्ती प्रक्रिया
दिल्ली पुलिस में सिपाही, हवलदार और सब इंस्पेक्टरों की भर्ती कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) के जरिये ही होती है। दिल्ली पुलिस में कर्मियों की भारी कमी के कारण पिछले कई सालों से विभिन्न पदों के लिए एसएससी भर्ती प्रक्रिया जारी है।
उसी के तहत पिछले साल 7,500 सिपाहियों के लिए एसएससी ने वैकेंसी निकाली थी, जिसमें देश भर के करीब आठ लाख युवाओं ने आवेदन किया था। पिछले साल अक्टूबर से नवंबर तक लिखित परीक्षा ली गईं। हर केंद्र पर बायोमीट्रिक तरीके से फिंगर प्रिंट के जरिये अभ्यर्थियों के प्रवेश का प्रविधान किया गया था।
फाइनल मैरिट सूची में आया नाम
एक माह तक चली परीक्षा में करीब 56 हजार अभ्यर्थी पास हुए थे। 13 जनवरी से इनका शारीरिक परीक्षण लिया गया, जो करीब 20 से 25 दिनों तक चला था। शारीरिक परीक्षण भी पास कर जाने पर फाइनल मैरिट सूची में उनका नाम चयनित कर लिया गया।
इसके बाद बीते मार्च में पहले करीब दो हजार अभ्यर्थियों को पुलिस विभाग ने नियुक्ति पत्र दिए, जो अभी दिल्ली पुलिस की ट्रेनिंग सेंटरों में रहकर प्रशिक्षण ले रहे हैं। करीब चार से पांच हजार अभ्यर्थियों को पुलिस विभाग द्वारा एक जुलाई को नियुक्ति पत्र दिया गया। उनका भी प्रशिक्षण शुरू हो गया है।
काट रहे दफ्तर के चक्कर
सीजीओ कॉम्पलेक्स स्थित एसएससी कार्यालय जाने पर उन्हें पुलिस मुख्यालय भेज दिया जाता है और पुलिस मुख्यालय जाने पर एसएससी ऑफिस भेज दिया जाता है।
10 से 13 जून के बीच एसएससी ने सभी का दोबारा फिंगर प्रिंट लिया, फिर भी निदान नहीं निकला। इस संबंध में जानकारी के एडिशनल पुलिस कमिश्नर भर्ती सेल सत्यवीर कटारा से बात करने के लिए कई बार कोशिश की गई, किंतु बात नहीं हो पाई।

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