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    दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने जांच के लिए रोका तो एसआई से मारपीट कर फाड़ी वर्दी, चार आरोपितों को दबोचा

    Updated: Sat, 27 Sep 2025 06:48 AM (IST)

    दिल्ली के वजीराबाद फ्लाईओवर के पास ट्रैफिक पुलिसकर्मी द्वारा बिना हेलमेट स्कूटी सवारों को रोकने पर मारपीट की गई। पुलिसकर्मी को गंभीर चोटें आईं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। तिमारपुर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों पर सांप्रदायिक हिंसा फैलाने का भी आरोप लगाया गया है और पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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    ट्रैफिक पुलिस के एसआइ से मारपीट कर फाड़ी वर्दी, चार आरोपितों को दबोचा।

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। वजीराबाद फ्लाईओवर के पास बिना हेलमेट स्कूटी चला रहे युवकों को ट्रैफिक पुलिस के एसआइ ने रोका तो गुंडागर्दी दिखाते हुए उन्होंने पुलिसकर्मी को बुरी तरह पीटते हुए उनकी वर्दी तक फाड़ डाली। इस दौरान पुलिसकर्मी को गंभीर चोटें आईं और उन्हें इलाज के लिए बाड़ा हिंदू राव अस्पताल में भर्ती कराया गया।

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    तिमारपुर थाने की पुलिस ने मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए वारदात में शामिल चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनकी पहचान बुराड़ी के सलमान, तुकमीरपुर के अकबर हुसैन, संगम विहार के मोहम्मद अफसर और इमरान के रूप में हुई है।

    उपायुक्त राजा बांठिया के मुताबिक, 24 सितंबर को अपराह्न 3:48 बजे थाना तिमारपुर में एक पीसीआर काल आई, जिसमें कालर ने बताया कि ट्रैफिक पुलिसकर्मी को कुछ लोग मारपीट कर रहे हैं। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। यहां जख्मी हालत में एसआइ सूरज पाल सिंह मिले। पुलिस ने मौके से दो हमलावरों सलमान और अकबर हुसैन को पकड़ा।

    पीड़ित एसआइ ने अपने बयान में बताया कि वह ट्रैफिक पुलिस के तिमारपुर सर्कल में तैनात हैं। 24 सितंबर की दोपहर वह वजीराबाद फ्लाईओवर के पास जीटी करनाल रोड पर वीआइपी रूट व्यवस्था ड्यूटी के लिए तैनात थे। लगभग 3:20 बजे, बिना हेलमेट के स्कूटी पर सवार दो लड़के वजीराबाद की तरफ से आए और आइएसबीटी कश्मीरी गेट की तरफ जाने लगे।

    एसआइ ने उन्हें रुकने का इशारा किया, लेकिन वह सिग्नेचर ब्रिज की तरफ भाग गए। एसआइ ने अपनी मोटरसाइकिल से पीछा कर उनको पकड़ लिया। स्कूटी से उतरते ही दोनों एसआइ पर चिल्लाते हुए आरोप लगाने के लगे कि विशेष समुदाय का होने के कारण एसआइ ने उनके धर्म के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की।

    इस दौरान पीछे से आ रहे उसी समुदाय के कई लोग भी रुके और एसआइ को पीटना शुरू कर दिया। घटना का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर तेजी से प्रसारित भी हो गया।

    जांच के दौरान पुलिस टीम को घटनास्थल से हमलावरों की स्कूटी का रजिस्ट्रेशन नंबर मिला है। उक्त स्कूटी संगम विहार के अजीम के नाम पर पंजीकृत पाई गई। पुलिस टीम स्कूटी बरामद की और अजीम ने बताया कि घटना वाले दिन स्कूटी उसका भतीजा इमरान चला रहा था।

    25 सितंबर की शाम पुलिस ने इमरान के घर छापा मारते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया। उसकी निशानदेही पर, उसी इलाके से अन्य आरोपित मोहम्मद अफसर जो उसकी स्कूटी पर पीछे बैठा था उसे भी दबोच लिया। मामले में सांप्रदायिक हिंसा फैलाने के लिए धारा 299 बीएनएस भी शामिल की गई है। वारदात में शामिल अन्य आरोपितों को तलाश जारी है।